प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तीन अफ्रीकी देशों (रवांडा, युगांडा और दक्षिण अफ्रीका) की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना हो रहे हैं. यात्रा के पहले पड़ाव में वह रवांडा पहुंचेंगे और आखिरी पड़ाव में दक्षिण अफ्रीका में 10वें ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल होंगे. इस यात्रा के साथ ही रवांडा जाने वाले वह पहले प्रधानमंत्री बन जाएंगे.
इस पूर्व अफ्रीकी देश में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा है. यह यात्रा बेहद खास है. ऐसा पहली बार होगा जब पीएम मोदी किसी मुल्क में जाकर विशेष तोहफे के रूप में गाय भेंट करेंगे. पीएम मोदी यहां रवेरू मॉडल गांव का दौरा कर 200 गाय गिफ्ट करेंगे.
ये गाय रवांडा सरकार की एक कल्याणकारी योजना 'गिरिंका कार्यक्रम' के तहत दी जाएंगी. रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागामे ने गरीब परिवारों की मदद के मकसद से इस राष्ट्रीय सामाजिक संरक्षण प्रोग्राम की शुरुआत की है, जिसके तहत हर गरीब परिवार को एक गाय दी जाती है. जिसके बाद गाय वाले परिवार को पहली बछिया पड़ोसी को तोहफे में देनी होती है. इस योजना का मकसद हर परिवार में दूध की कमी दूर करना और बच्चों को कुपोषण से बचाना है. हालांकि, सभी गाय रवांडा से ही खरीदी जाएंगी.
पुराने नहीं हैं संबंध
1994 के नरसंहार के बाद रवांडा और भारत जनवरी 2017 में पहली बार अपने द्विपक्षीय संबंधों को रणनीतिक स्तर तक ले जाने पर सहमत हुए थे. रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागामे जनवरी 2017 में वाइब्रेंट गुजरात समारोह के लिए भारत आए थे और उसके बाद फिर भारत की पहल पर अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में भाग लेने मार्च 2018 में भारत आए थे. वहीं, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी फरवरी 2017 में रवांडा के दौरे पर गए थे और दोनों देशों के बीच कई एमओयू साइन हुए थे. इस दौरान दोनों देशों के बीच हवाई यात्रा को लेकर भी समझौता हुआ था.
भारत बहुत जल्द रवांडा में अपना दूतावास शुरू करने जा रहा है. अभी रवांडा के लिए भारत के उच्चायुक्त का आवास युगांडा की राजधानी कंपाला में है. वहीं, दिल्ली में रवांडा हाई कमीशन 1998 से है और उसने 2001 में पहली बार यहां अपने उच्चायुक्त की नियुक्ति की थी. दोनों देश कॉमनवेल्थ राष्ट्रों की सूची में भी हैं.
भारत देगा आर्थिक मदद
दुनिया के सबसे 10 गरीब देशों की सूची में शामिल रवांडा को प्रधानमंत्री मोदी अपनी यात्रा के दौरान औद्योगिक पार्क और कृषि व सिंचाई के लिए करीब 20 करोड़ डॉलर राशि की ऋण सहायता देंगे. भारत ने रवांडा को प्रशिक्षण और छात्रवृत्ति कार्यक्रम के लिए करीब 40 करोड़ डॉलर की ऋण सहायता राशि भी मुहैया कराई है.
कृषि प्रधान देश में महिलाओं को सम्मान
भारत की तरह ही रवांडा भी कृषि प्रधान देश है, जिसकी 80 फीसदी निर्भरता खेती पर ही है. अफ्रीकी धरती यह सबसे छोटा देश महिला सशक्तिकरण के लिए पूरी दुनिया में पहचान रखता है. यह दुनिया के उन दो देशों में शामिल है, जहां की संसद में महिलाओं का प्रतिनिधित्व पुरुषों से ज्यादा है.
रवांडा के बाद 24 और 25 जुलाई को पीएम मोदी का युगांडा में रुकने का कार्यक्रम है. युगांडा में प्रधानमंत्री संसद को संबोधित करेंगे. वह देश की संसद को संबोधित करने वाले पहले प्रधानमंत्री होंगे. यात्रा के अंतिम चरण में मोदी दक्षिण अफ्रीका पहुंचेंगे जहां वह 27 जुलाई तक रुकेंगे.