अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पांच कंपनियों के सीईओ के साथ बैठक कर टेक्नोलॉजी, निवेश, 5जी, एक्सपोर्ट आदि समेत विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की. प्रधानमंत्री मोदी की पहली बैठक क्वालकॉम के सीईओ क्रिस्टियानो आर अमोन के साथ हुई. इसमें कई सीईओज काफी खुश नजर आए और पीएम मोदी व सरकार की जमकर तारीफ की. इसके बाद अडोबी के चेयरमैन शांतनु नारायण, फर्स्ट सोलर के सीईओ मार्क विडमार, जनरल अटॉमिक्स के सीईओ विवेक लाल आदि ने भी प्रधानमंत्री के साथ खुलकर चर्चा की. वॉशिंगटन डीसी में हुई इस मुलाकात के बाद जनरल अटॉमिक्स के सीईओ विवके लाल ने बताया कि बैठक आउटस्टैंडिंग रही है तो वहीं, क्वालकॉम के सीईओ क्रिस्टियानो ने कहा कि उन्हें भारत के साथ अपनी पार्टनरशिप पर गर्व है.
पीएम मोदी और क्वालकॉम के सीईओ के बीच क्या हुई बात?
वॉशिंगटन डीसी में सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की क्वालकॉम के सीईओ से मुलाकात हुई. इस बैठक के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने बताया, ''क्वालकॉम के अध्यक्ष और सीईओ, क्रिस्टियानो आर अमोन और पीएम मोदी के बीच एक प्रोडक्टिव बातचीत हुई. पीएम मोदी ने भारत द्वारा दिए जाने वाले विशाल अवसरों पर चर्चा की. आमोन ने 5जी और अन्य डिजिटल इंडिया प्रयासों जैसे क्षेत्रों में भारत के साथ काम करने की इच्छा व्यक्त की.'' वहीं, अमोन ने खुद बताया कि बैठक काफी अच्छी रही. हमें भारत के साथ साझेदारी पर बहुत गर्व है. हमने 5 जी और इसको तेजी से आगे बढ़ो के बारे में बात की. हमने न केवल भारत में टेक्नोलॉजी को बढ़ाने, बल्कि एक्सपोर्टर के रूप में भी भारत के भविष्य के बारे में चर्चा की.
स्वास्थ्य, शिक्षा आदि पर अडोबी के सीईओ और पीएम में हुई चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी और अडोबी के चेयरमैन और सीईओ शांतनु नारायण ने कंपनी की भारत में चल रहीं गतिविधियों के बारे में बातचीत की. विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों के बीच भविष्य में भारत में निवेश पर चर्चा की गई. स्वास्थ्य, शिक्षा, अनुसंधान एवं विकास जैसे क्षेत्रों में डिजिटल इंडिया के प्रमुख कार्यक्रम का फायदा उठाने पर भी बातचीत हुई. इसके अलावा, युवाओं को स्मार्ट एजुकेशन देने, स्टार्ट-अप सेक्टर को बढ़ाने आदि पर भी चर्चा की गई. बैठक के बाद नारायण ने कहा, ''भारत का विस्तार कैसे करना चाहते हैं, इस बारे में उनके दृष्टिकोण के बारे में सुनकर हमेशा बहुत खुशी हुई है. जिन प्रमुख विषयों पर हमने बात की उनमें इनोवेशन में लगातार इन्वेस्टमेंट भी था.
फर्स्ट सोलर जैसों के लिए आदर्श अवसर: सीईओ
पीएम मोदी ने फर्स्ट सोलर के सीईओ मार्क विडमार के साथ भारत की रिनेवेबल एनर्जी पर चर्चा की. सीईओ ने पीएलआई स्कीम के तहत सोलर पावर उपकरणों के निर्माण पर चर्चा की. साथ ही ग्लोबल सप्लाई चेन में एकीकृत करने की योजना साझा की. उन्होंने कहा, ''स्पष्ट रूप से उनके नेतृत्व के साथ और उन्होंने औद्योगिक नीति के साथ-साथ व्यापार नीति में एक मजबूत संतुलन बनाने के लिए जो कुछ भी किया है, वह भारत में विनिर्माण स्थापित करने के लिए फर्स्ट सोलर जैसी कंपनियों के लिए एक आदर्श अवसर बनाता है.''
सीईओ विवेक लाल बोले- आउटस्टैंडिंग रही मीटिंग
पीएम मोदी के साथ बैठक करने के बाद जनरल एटॉमिक्स के सीईओ विवेक लाल ने इसे एक आउटस्टैंडिंग मीटिंग बताया. उन्होंने कहा, ''यह एक आउटस्टैंडिंग बैठक थी. हमने प्रौद्योगिकी और भारत में आने वाले नीतिगत सुधारों में विश्वास और निवेश के दृष्टिकोण से भारत में अपार संभावनाओं के बारे में बात की.'' उन्होंने भारत में हाल ही में लाई गई ड्रोन पॉलिसी पर कहा कि ये बहुत ही प्रशंसनीय नीतियां, नुस्खे और सुधार हैं जो पीएम और सरकार ने किए हैं. मुझे लगता है कि यह निश्चित रूप से भारत में बहुत अधिक रुचि और निवेश को बढ़ाएगा.
'बाहर के लोगों के लिए अनुकूल सरकार'
ब्लैकस्टोन ग्रुप के सीईओ स्टीफन श्वार्जमैन ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक के बाद कहा, 'भारत दुनिया में निवेश के लिए ब्लैकस्टोन का सबसे अच्छा बाजार रहा है. यह अब दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला देश है. इसलिए हम बहुत आशावादी हैं, और हमने भारत में जो किया है उस पर हमें गर्व है.''
#WATCH This is a very friendly govt for outsiders, they're reform-oriented & objective. I would give them an extremely high grade as being good partners for people who like to bring capital into the country to create jobs: Stephen Schwarzman, CEO, Blackstone Group on Indian govt pic.twitter.com/IUjAYOjJie
— ANI (@ANI) September 23, 2021
उन्होंने आगे कहा कि पीएम के साथ मेरी बहुत अच्छी मुलाकात हुई. मैंने उसे बताया कि ब्लैकस्टोन ने पहले ही भारत में संपत्ति में 60 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है, और अगले 5 वर्षों में, हम और 40 बिलियन अमेरिकी डॉलर की संपत्ति की योजना बना रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि यह बाहरी लोगों के लिए एक बहुत ही अनुकूल सरकार है जोकि रिफॉर्म ओरिएंटेड और ऑब्जेक्टिव वाली है.