अपने मध्य एशिया के दौरे के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को उज्बेकिस्तान से कजाखस्तान पहुंच जाएंगे. इस दौरान दोनों देश 5000 टन यूरेनियम की खरीदारी के लिए भारत और कजाखस्तान एक करार पर दस्तखत कर सकते हैं.
रिन्यू होगी पुरानी डील
सूत्रों ने बताया कि दोनों देश अपनी पुरानी डील को रिन्यू करेंगे, जिसके तहत कजाखस्तान भारत को यूरेनियम की आपूर्ति कर रहा था. जनवरी 2009 से भारत और कजाखस्तान के बीच असैनिक परमाणु संधि है. तब भारतीय परमाणु संयंत्रों के लिए यूरेनियम की आपूर्ति के लिए एनपीसीआईएल और कजाख परमाणु कंपनी कजएटमप्रोम ने एक करार पर दस्तखत किए थे.
Wishing President Nursultan Nazarbayev of Kazakhstan on his 75th birthday. I pray for his long life & good health.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 6, 2015
चार साल से हो रही है यूरेनियम की आपूर्ति
भारत को यूरेनियम देने वाला पहला देश
कजाखस्तान भारत को यूरेनियम की आपूर्ति करने वाला प्रमुख देश है. इसके पास दुनिया के यूरेनियम संसाधन का 15 फीसद है और 2009 में अग्रणी यूरेनियम उत्पादकर्ता देश बन गया. कजाखस्तान के अलावा, यूरेनियम की खरीदारी के लिए उज्बेकिस्तान के साथ भी भारत ने करार कर रखा है. पिछले साल आस्ट्रेलिया और इस साल कनाडा की अपनी यात्रा के दौरान मोदी ने भारतीय परमाणु उर्जा संयंत्रों के लिए यूरेनियम खरीदने पर जोर दिया था. ईंधन की किल्लत के चलते ये संयंत्र कई साल से अपनी क्षमता से कम पर चल रहे हैं
-इनपुट भाषा से