यूनेस्को में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन शुरू हो चुका है. मोदी ने कहा कि यूनेस्को में संबोधन गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि यूनेस्को में समय के साथ प्रगति हुई है. दुनिया में शांति बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है. भारत यूनेस्को का सम्मान करता है. हमारा लक्ष्य विश्व शांति का होना चाहिए. दुनिया को बेहतर बनाने के लिए यूनेस्को काम कर रहा है. हर बच्चे का विकास जरूरी है. हमें उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करना होगा.
मोदी ने कहा कि दुनिया में हर बच्चा शिक्षित हो और हर बच्चा हुनरमंद हो. हमारी संस्कृति में शिक्षा का अहम स्थान है. विकास तब होता है जब निचले तबके का विकास होता है.
मोदी बोले, विज्ञान लोगों को जोड़ता है. पॉलिसी और संसाधन के साथ विज्ञान का भी अहम स्थान. लड़कियों के लिए शिक्षा मेरे दिल के बहुत करीब है.
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पेरिस के यूनेस्को के मुख्यालय पहुंच गए हैं. मोदी ने इस दौरान अरविंदो की प्रतिमा पर फूल चढ़ाए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में गुरुवार रात पेरिस पहुंचे. पेरिस में भारतीय प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत किया गया.
Paris (France): PM Narendra #ModiInFrance, receives ceremonial reception pic.twitter.com/xGg0Qa2Tt9
— ANI (@ANI_news) April 10, 2015
अपनी चार दिनों की फ्रांस यात्रा के
दौरान मोदी की राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के साथ चर्चा होगी, साथ ही वह
कारोबारी नेताओं के साथ मुलाकात भी करेंगे. इस दौरान बातचीत के केंद्र में
असैन्य परमाणु, रक्षा व व्यापारिक मुद्दे होंगे.देश के विकास के लिए मोदी की विदेश यात्रा जरूरी?
फ्रांस की यात्रा के दौरान एक प्रमुख आकर्षण मोदी और ओलांद की नाव की सवारी होगी जिसे 'नाव पर चर्चा' बताया जा रहा है. मोदी की कई अंतरराष्ट्रीय नेताओं के साथ चाय पर चर्चा हो चुकी है जिसमें इस वर्ष अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ चर्चा शामिल है. 'छोटे कारोबारी ही इकोनॉमी को बढ़ावा देते हैं'
फ्रांस की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री प्रथम विश्व युद्ध स्मारक जाएंगे और फ्रांस की ओर से लड़ते हुए सर्वस्व न्योछावर करने वाले करीब 10 हजार भारतीयों को श्रद्धांजलि देंगे. मोदी यूनेस्को के मुख्यालय भी जाएंगे, साथ ही एयरबस सुविधा केंद्र और फ्रांस की अंतरिक्ष एजेंसी के कार्यालय भी जाएंगे. साथ ही वह कई कंपनियों के सीईओ से भी चर्चा करेंगे.
पहले चरण की यात्रा समाप्त करने के बाद मोदी जर्मनी जाएंगे जहां उनकी व्यस्तताओं में कारोबार एवं प्रौद्योगिकी से जुड़े विषय शामिल हैं और जिनका मकसद मेक इन इंडिया अभियान में हिस्सेदारी आकर्षित करना है. तीसरे चरण के दौरान मोदी कनाडा जायेंगे. यह पिछले 42 वर्षो में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली कनाडा यात्रा होगी.