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सुपर ओवर में पहुंचा पाकिस्तान का सियासी 'मैच', विपक्ष मजबूत! लेकिन संसद स्थगित

Pakistan Political Crisis: पाकिस्तान एक बार फिर अपना सियासी इतिहास दोहराता दिख रहा है. प्रधानमंत्री इमरान खान की कुर्सी खतरे में है. विपक्ष का दावा है कि इमरान बहुमत खो चुके हैं और उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. वहीं, इमरान का कहना है कि वो अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा करेंगे.

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (फाइल फोटो)
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • इमरान खान की कुर्सी संकट में
  • आज रात को देश को संबोधित करेंगे इमरान

Pakistan Political Crisis: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान आज गुरुवार को फ्लोर टेस्ट से पहले राष्ट्र को संबोधित करेंगे. ऐसे में अब सबकी नजरें इस बात पर टिक गई हैं कि इमरान खान इसमें क्या बोलेंगे. अटकले हैं कि इमरान आज के संबोधन में इमरजेंसी लगाने जैसा सख्त कदम भी उठा सकते हैं. इसी बीच इमरान के खिलाफ विपक्ष को बहुमत मिलने की खबर है, जानकारी के मुताबिक विपक्षी दलों की बैठक में 172 सांसद शामिल हुए हैं. इसी बीच पाकिस्तान की संसद में होने वाली कार्यवाही शुरू होते ही स्थगित हो गई है. 3 अप्रैल तक यह कार्यवाही स्थगित कर दी गई है.

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माना जा रहा है कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से पहले चला गया इमरान खान का आखिरी दांव भी फेल होता नजर आ रहा है. विपक्ष ने उनका वह प्रस्ताव खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने विपक्ष को संसद भंग करने का प्रस्ताव रखा था. विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ ने कहा कि हम किसी भी कीमत पर अविश्वास प्रस्ताव लाकर ही रहेंगे.

वहीं अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से पहले पाकिस्तान में सियासी हलचल तेज हो गई है. गुरुवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने विपक्ष को संसद भंग करने का प्रस्ताव दिया. ऐसा करके वे अविश्वास प्रस्ताव को टालना चाहते हैं. सूत्रों के मुताबिक इमरान ने एक 'महत्वपूर्ण शख्स' के जरिए इमरान खान ने नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ के पास संदेश भिजवाया है.

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से पहले प्रधान मंत्री इमरान खान ने राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NSC) की बैठक की अध्यक्षता की. वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान की राजनीतिक उथल-पुथल में अमेरिका ने इमरान के 'विदेशी ताकत' का दावा खारिज कर दिया है. अमेरिका ने  कहा है कि उसने पाकिस्तान की मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर पाकिस्तान को कोई पत्र नहीं भेजा है. यूएस ने इमरान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के पीछे उसके किसी भी तरह के हाथ होने के आरोपों का भी खंडन किया है.

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