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LAC पर तनाव, पोम्पियो बोले- चीनी कम्युनिस्ट सरकार की यही फितरत

पोम्पियो ने कहा, चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी के शासन के ये दो चेहरे हैं. इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी हड़पने का मामला हो या दक्षिण चीन सागर में बढ़त बनाने की बात, इससे चीनी कम्युनिस्ट शासन की फितरत और हरकत का पता चलता है.

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अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो (फाइल फोटो-AP)
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो (फाइल फोटो-AP)

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  • लद्दाख में जारी तकरार पर पोम्पियो ने रखी राय
  • चीन की विस्तारवादी नीतियों की आलोचना की

अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने भारत के बहाने चीन पर जोरदार निशाना साधा है. पोम्पियो ने कहा कि चीन की हरकत चाहे भारतीय सीमा पर हो, हांगकांग या दक्षिण चीन सागर में हो, ये सब कुछ वहां की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की फितरत को दर्शाता है.

बता दें, पिछले चार हफ्ते से पूर्वी लद्दाख इलाके में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के आसपास भारत और चीन की सेनाएं एक-दूसरे के सामने मोर्चा संभाले हुए हैं. हालांकि इन सब के बीच दोनों देशों के बीच सुलह की बातचीत भी चल रही है. यह बातचीत सैन्य और कूटनीतिक दोनों स्तर पर जारी है. सोमवार को एक कार्यक्रम में पोम्पियो ने कहा, "हम देख रहे हैं कि भारत के उत्तरी क्षेत्र में चीन की सेना ने कूच किया है. यह कूच भारतीय सीमा के पास वास्तविक नियंत्रण रेखा तक है."

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माइक पोम्पियो ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा, "वुहान में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला लेकिन वहां की कम्युनिस्ट पार्टी ने पूरी दुनिया से इस बीमारी को छुपाया. दुनिया को देर से इस बारे में जानकारी दी. हांगकांग के लोगों की आजादी को रौंद दिया गया." पोम्पियो चीन के उस विवादित कानून की बात कर रहे थे जिसके मुताबिक वह हांगकांग में अपने सुरक्षा बलों को टिकाए रख सकता है. पोम्पियो ने कहा, "चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी के शासन के ये दो चेहरे हैं. इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी हड़पने का मामला हो या दक्षिण चीन सागर में बढ़त बनाने की बात, इससे चीनी कम्युनिस्ट शासन की फितरत और हरकत का पता चलता है."

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पोम्पियो ने कहा, "यह केवल पिछले छह महीने की बात नहीं है. बीते कई वर्षों से चीन अपनी सैन्य क्षमता बढ़ा रहा है और आक्रामक रवैये में भी बढ़ोतरी हुई है. बात चाहे भारत के साथ हो या दक्षिण सागर की बात. हमने यह भी देखा कि बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत चीन ने दुनिया के कई हिस्से में बंदरगाह बनाने की कोशिश की. उन जगहों पर सड़कें बनाईं ताकि वे अपनी आर्मी और नेवी को भेज सकें. चीन की सैन्य स्तर पर जारी कोशिशों को हम आसानी से देख सकते हैं. यहां तक कि चीन पूरे दक्षिण चीन सागर पर धौंस जमाता है, जबकि वियतनाम, फिलीपिंस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान जैसे देश चीनी हरकत का खुलकर विरोध कर चुके हैं."

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बता दें, बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव चीन की अरबों डॉलर का प्रोजेक्ट है जिसे 2013 में शी जिनपिंग ने शुरू किया था. जिनपिंग ने सत्ता में आते ही इस पहल की शुरुआत की थी. इस इनिशिएटिव के तहत दक्षिण-पूर्व एशिया, मध्य एशिया, खाड़ी क्षेत्र, अफ्रीका और यूरोप के हिस्सों को जोड़ना है. इसमें जमीन से लेकर समंदर तक सड़कों का जाल बिछाने की तैयारी है. दरअसल, एक इंटरव्यू में माइक पोम्पियो ने भारत-चीन की स्थिति को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में चीनी सेना भारत के उत्तरी हिस्से की ओर बढ़ी है, एलएसी पर भारतीय बॉर्डर के पास चीनी सेना को देखा जा सकता है.

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माइक पोम्पियो ने कहा कि चीन लगातार ऐसा कर रहा है, फिर चाहे किसी भी क्षेत्र में हो. उसने कोरोना वायरस की सच्चाई दुनिया से छिपाई, अब भारत के साथ बॉर्डर पर तनावपूर्ण हालात हैं और इससे पहले दक्षिणी चीन सागर में स्थिति बेहतर नहीं थी.

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