पोप फ्रांसिस गुरुवार को 'मास ऑफ द लॉर्ड्स सुपर' के लिए रोम के कैसल डेल मारमो सुधार गृह पहुंचे, जहां उन्होंने कैदियों के साथ भोजन ग्रहण किया और 12 किशोर कैदियों के पांव धुले. रोम के सैकड़ों निवासी उनके सुधार गृह पहुंचने का इंतजार कर रहे थे, जहां लोगों ने 'लॉन्ग लिव द पोप' के नारे लगाए.
इससे पहले पोप आम तौर पर मध्य रोम के सेंट जॉन लातेरान के बैसिलिका में 'मास ऑफ द लास्ट सुपर' के लिए जाते थे. कैसल डेल मारमो में 46 किशोर कैदी हैं, जिनमें से 11 महिलाएं हैं.
पोप फ्रांसिस ने रोम के पादरी कार्डिनल अगॉस्टिनो कालिनी, सुधार गृह के पादरी गाएटेनो ग्रेको, वेटिकन के नंबर 3 एंगलो बेकियू तथा अपने निजी सचिव अल्फ्रेड शुआरेब के साथ प्रार्थनासभा में हिस्सा लिया.
प्रभु यीशु की राह पर चलते हुए फ्रांसिस ने 12 किशोर कैदियों के पांव धुले, जिनमें से दो महिलाएं भी थीं. इनमें से एक मुस्लिम थी.