नवनिर्वाचित पोप फ्रांसिस ने पहली बार यह स्पष्ट किया है कि आखिर उन्होंने यह नाम क्यों चुना?
अर्जेंटीना के रहने वाले 76 साल के पोप शनिवार को वेटिकन में पहली बार पत्रकारों के सामने आए. उन्होंने 12वीं-13वीं सदी के सेंट फ्रांसिस के नाम पर अपना नाम रखा. सेंट फ्रांसिस ने गरीबी और शांति के मुद्दों को लेकर काम किया था.
पूर्व कार्डिनल जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो ने कहा कि कैथोलिक चर्च का प्राथमिक उद्देश्य गरीब लोगों की सेवा करना है. गौरतलब है कि बीते बुधवार को 266वां पोप चुने जाने के बाद उन्होंने अपना नाम फ्रांसिस रखा. अर्जेटीना के कार्डिनल जॉर्ज मारियो बर्गोग्लियो को पोप के चुनाव में 115 में से 90 मत मिले. इसके बाद वे पोप फ्रांसिस हो गए.