अमेरिका में इन दिनों कुछ लोग डरे हुए हैं, लोगों को आशंका है कि रूस न्यूक्लियर युद्ध छेड़ सकता है. ऐसे में लोग डर की वजह से पोटेशियम आयोडाइड टैबलेट (Potassium iodide tablets) खरीद रहे हैं. हालांकि, न्यूक्लियर बम फटने की कल्पना ही काफी डरावनी है और ऐसे किसी भी हालात में लाखों लोग मारे जाएंगे और आसपास के लोग बुरी तरह घायल होंगे. काफी दूर स्थित लोग रेडिएशन की चपेट में आ जाएंगे.
लेकिन कुछ लोग ये मान रहे हैं कि टैबलेट रेडिएशन विकिरण के बाद होने वाले जहरीले प्रभाव को कम कर देती है. हालांकि, किसी ने ज्यादा सेवन कर लिया तो ये बेहद खतरनाक भी हो जाता है. लेकिन अधिक बिक्री की वजह से इसके दाम भी बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं.
डेलीमेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, पहले जहां ये सामान्य दिनों में एक पैकेट 1070 रुपए के करीब बिक रहा था, वहीं अब इसकी कीमत 1 लाख 14 हजार रुपए के करीब हो गई है. ये कीमत eBay साइट पर है. वहीं अब इस साइट पर ये दवा 'आउट ऑफ स्टॉक' भी दिख रही है.
सीडीसी ने जारी की चेतावनी
वहीं सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) ने कहा है कि हद से ज्यादा इस टैबलेट का सेवन शरीर के लिए काफी नुकसानदेह है. अधिक सेवन की वजह से गंभीर बीमारी और मौत भी हो सकती है. सीडीसी के मुताबिक, सिंगल डोज पोटेशियम आयोडाइड टैबलेट, थाइरॉइड ग्लैंड को 24 घंटे तक सुरक्षित रखता है. लेकिन इससे अधिक मात्रा का सेवन नुकसान पहुंचाता है. सीडीसी ने इसको लेकर चेतावनी भी जारी की है.
वहीं, परमाणु हमला होने की स्थिति में रेडियोएक्टिव विकिरण सांस के माध्यम से फेफड़ों में चली जाती है. इससे पानी, मिट्टी, पौधे भी दूषित हो जाते हैं. रेडियोएक्टिव विकिरण के संपर्क में आने के बाद व्यक्ति के शरीर की थाइरॉइड ग्रंथि इस बात में अंतर नहीं कर पाती है कि रेडियोआयोडीन और रेगुलर आयोडाइन में से किसे एब्जॉर्व करना है. ऐसे में ये दोनों को सोख लेती है. रेडियोआयोडीन के अधिक एक्सपोजर से थाइरॉइड कैंसर हो सकता है.
वहीं जब इस टैबलेट का सेवन किया जाता है तो पोटेशियम आयोडाइड थायराइड को जल्दी से सैचुरेटेड कर देता है. इसकी वजह से थायराइड रेडियोधर्मी आयोडीन को अवशोषित करने से सफलतापूर्वक रोक सकता है.
दरअसल, जब से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया है तब से ही कई एक्सपर्ट न्यूक्लियर हमले की आशंका जाहिर कर रहे हैं. यूक्रेन का चेर्नोबिल न्यूक्लियर पावर प्लांट रूसी हमले में क्षतिग्रस्त हो गया था. वहीं सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका की कुछ कंपनियों ने अधिक मांग को देखते हुए पोटेशियम आयोडाइड का उत्पादन भी बढ़ा दिया है.
2011 में भी बढ़ी थी डिमांड
इससे पहले 2011 में भी पोटेशियम आयोडाइड की मांग अमेरिका में अचानक बढ़ गई थी. तब जापान में आए भूकंप और सुनामी की वजह से फुकिशामा न्यूक्लियर पॉवर प्लांट को नुकसान हुआ था.