अमेरिका में राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के साथ ही जो बाइडेन ने कई अहम फैसले लिए हैं. बाइडेन ने डोनाल्ड ट्रंप के WHO की आलोचना के विपरीत विश्व स्वास्थ्य संगठन में वापसी की बात कही है. अमेरिका फिर से WHO की वित्तीय सहायता की तैयारी में है. साथ ही अमेरिका में कोरोना वायरस महामारी को लेकर नए सिरे से नियमों का एलान किया है. राष्ट्रपति बाइडेन ने अमेरिका में अगले 100 दिन मास्क पहनना जरूरी कर दिया है. ट्रंप के शासन के दौरान मास्क पहनना वैकल्पिक था.
कोरोना से लड़ने को लेकर अमेरिका की नीतियों के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अगले महीने तक अमेरिका में कोरोना से मरने वालों की संख्या पांच लाख के पार हो जाएगी. उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ने के लिए प्रशासन की प्राथमिकता लोगों के बीच विश्वास पैदा करना है. बाइडेन कोरोना महामारी से लड़ने के लिए कम से कम 10 समझौते पर हस्ताक्षर करने वाले हैं.
बाइड ने कहा,''कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं, परिस्थिति ठीक होने की बजाए और खराब होती जा रही हैं.उन्होंने कहा कि जानकारों ने बताया कि अप्रैल से लेकर अबतक मास्क पहनने से हम लोग पचास हजार लोगों की जान बचा सकते थे. इसलिए मैं सभी अमेरिकियों से कहना चाहता हूं कि अगले 100 दिन तक जरूर मास्क लगाएं. हम इस परिस्थिति से निकलेंगे और जीतेंगे. इस संबंध में जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.''
बाइडन के शीर्ष मेडिकल सलाहकार डॉ एंथनी फाउची ने बताया कि अमेरिका पूरे विश्व में कोरोना के रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाएगा. उन्होंने कहा कि WHO में अमेरिकी कर्मचारियों की कटौती की प्रक्रिया को रोका जाएगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अमेरिका WHO की वित्तीय जरूरतों को भी पूरा करेगा. बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में WHO की काफी आलोचना की गई थी.