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कोरोना वायरस का खौफ, भारत की यात्रा करने वालों की अमेरिका में एंट्री पर रोक

अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की तरफ से एक और बड़ा फैसला लिया गया है. ऐलान कर दिया गया है कि चार मई से भारत से आ रहे यात्रियों को अमेरिका में एंट्री नहीं मिलेगी.

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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ( फोटो-Reuters)
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ( फोटो-Reuters)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बेकाबू कोरोना के बीच अमेरिका का फैसला
  • 4 मई से भारत से आने वाले यात्रियों पर रोक
  • रिपब्लिकन पार्टी ने किया फैसले का विरोध

भारत में कोरोना की बेकाबू रफ्तार पूरी दुनिया को खौफजदा कर रही है. अमेरिका भी भारत में बढ़ते संक्रमण से चिंता में आ गया है और वहां की सरकार की तरफ से लगातार नई गाइडलाइन जारी की जा रही हैं. अब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की तरफ से एक और बड़ा फैसला लिया गया है. ऐलान कर दिया गया है कि 4 मई से भारत से आ रहे यात्रियों को अमेरिका में एंट्री नहीं मिलेगी. 

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आदेश में स्पष्ट कर दिया गया है कि जिस भी शख्स ने पिछले 14 दिन में भारत की यात्रा की है, उन्हें अमेरिका में एंट्री नहीं मिलेगी. जारी किए गए बयान में जो बाइडेन ने कहा है कि अमेरिका के लोगों की भलाई को देखते हुए ये फैसला लिया गया है कि जो भी इंसान देश का नागरिक नहीं है, लेकिन पिछले 14 दिन में भारत की यात्रा करके आया, उन्हें अमेरिका में एंट्री नहीं मिलेगी.

व्हाइट हाउस की प्रवक्ता जेन साकी ने भी  इस फैसले के बारे में विस्तार से बताया है. उनके मुताबिक भारत में इस समय सिर्फ कोरोना के मामले नहीं बढ़ रहे हैं, बल्कि कई नए वेरिएंट भी देखे गए हैं. इस असाधारण परिस्थिति को देखते हुए ही 4 मई से यात्रा पर रोक लगाई गई है.

अमेरिकी नागरिकों को छूट

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वैसे अमेरिका की तरफ से इस बड़े फैसले के बीच कुछ लोगों को राहत भी दी गई है. बताया गया है कि अमेरिकी नागरिक जिनके पास ग्रीन कार्ड होगा, उनकी पत्नी और 21 साल से कम उम्र के बच्चों को इन पाबंदियों से छूट दी जाएगी. लेकिन बाकी तमाम लोगों पर ना सिर्फ ये पाबंदियां रहेंगी बल्कि वे अमेरिका में भी एंट्री नहीं ले पाएंगे. बाइडेन प्रशासन की तरफ से ये नहीं बताया गया है कि ये पाबंदियां कब तब जारी रहने वाली हैं लेकिन राष्ट्रपति ने भारत में बढ़ रहे कोरोना मामलों पर गहरी चिंता जाहिर की है.

जो बाइडेन ने भारत की स्थिति पर जाहिर की चिंता

एक बयान में जो बाइडेन ने कहा है कि WTO बता रहा है कि भारत में इस समय कोरोना के 18,375,000 मरीज हैं. भारत में बड़े स्तर पर कोरोना अपने पैर पसा रहा है. दुनिया के एक तिहाई मामले सिर्फ भारत में दर्ज किए जा रहे हैं. वैसे बाइडेन प्रशासन की तरफ से इस बात की भी जानकारी दी गई है कि ये कड़ा फैसला अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) से बातचीत करने के बाद लिया गया है. जोर दिया गया है कि भारत में देखे गए कोरोना के नए वेरिएंट ज्यादा खतरनाक हैं.

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रिपब्लिकन पार्टी ने किया फैसले का विरोध

लेकिन बाइडेन के इस फैसले का रिपब्लिकन पार्टी ने ज्यादा स्वागत नहीं किया है. उनकी नजरों में इस संकट के बीच भारत पर ऐसी पाबंदियां लगाना ठीक नहीं है. कई सांसदों ने मुद्दा उठाया है कि अमेरिका की तरफ से मेक्सिको के लिए बॉडर खोला गया है, लेकिन भारत के लिए बंद किया जा रहा है, ऐसे में इस फैसले को उचित नहीं बताया जा सकता है. वहीं इस मुद्दे पर बहस के बीच राष्ट्रपति जो बाइडेन का एक पुराना ट्वीट भी चर्चा का विषय बना. उस ट्वीट में खुद बाइडेन भी कोरोना को रोकने के लिए बॉर्डर बंद करने का विरोध कर रहे थे.

पिछले साल 12 मार्च को जो बाइडेन ने ट्वीट कर कहा था कि एक दीवार कोरोना को नहीं रोक सकती है. यूरोप पर बैन लगा देना या किसी दूसरे देश पर लगा देने से कोरोना नहीं हारेगा. ये महामारी किसी को भी अपनी चपेट में ले सकती है. हमे एक रणनीति की आवश्यकता है. उनके इसी ट्वीट को याद कर भारत पर लगाई गई रोक का विरोध किया जा रहा है.

वैसे इससे पहले भी अमेरिका की तरफ से ये अपील की गई थी कि उनके नागरिक भारत का दौरा ना करें, वहीं अगर वहां पर रह रहे हैं तो तुरंत अपने देश वापस आ जाएं. अब उस अपील के बाद ही जो बाइडेन की तरफ से ये कदम उठाया गया है जो चार मई से प्रभावी हो जाएगा.

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