शनिवार सुबह अशांत पश्चिम एशिया के तीन देशों की छह दिन की ऐतिहासिक यात्रा पर निकले राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पहले चरण में जॉर्डन की राजधानी अम्मान पहुंचें. वहां उनका पारंपरिक स्वागत किया गया और इसके बाद जॉर्डन के राष्ट्रपति और शाह अब्दुल्ला ने उनके सम्मान में भोज दिया.
जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला ने किया भारत के राष्ट्रपति का भव्य स्वागत
जॉर्डन पहुंचते ही राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को हवाई अड्डे से सीधे अल हुसैनी महल ले जाया गया जहां भारतीय राष्ट्रपति का भव्य स्वागत किया गया. प्रतिनिधि स्तरीय वार्ता से पहले जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला के साथ राष्ट्रपति मुखर्जी की आधे घंटे के लिए अलग से मुलाकात भी हुई. इसके बाद शाह ने राष्ट्रपति मुखर्जी के सम्मान में भोज का आयोजन किया. राष्ट्रपति के साथ केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत, कांग्रेस के के वी थामस और भाजपा की मीनाक्षी लेखी सहित छह सांसद भी इस यात्रा पर गए हैं. जॉर्डन में दो दिनों के दौरे के बाद राष्ट्रपति फलस्तीन और इस्राइल जाएंगे. प्रणब मुखर्जी भारत के पहले ऐसे राष्ट्रपति हैं, जो इन तीनों देशों की यात्रा पर गए.
भारत-जॉर्डन के बीच नई पहल
प्रणब मुखर्जी के जॉर्डन में प्रवास के दौरान भारत दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ाने के अवसरों को तलाशेगा. जॉर्डन इस क्षेत्र में भारतीय कंपनियों के परिचालन शुरू करने के रूप में आधार का काम कर सकता है. अपनी इस यात्रा से पहले राष्ट्रपति ने कहा था कि भारत, जॉर्डन के साथ सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को और बढ़ाना चाहता है. उन्होंने कहा था कि हम सीरिया और पश्चिम एशिया में शांति स्थापित करने के साथ-साथ क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर एक जैसी सोच रखते हैं. हम धार्मिक कट्टरवाद और उग्रवाद के साथ ही आतंकवाद के सभी रूपों को पूरी तरह से खारिज करते हैं.
जॉर्डन के साथ द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने के बारे में राष्ट्रपति ने कहा है कि इसे वर्तमान में 2 अरब डालर से बढ़ाकर साल 2025 तक 5 अरब डालर करने का लक्ष्य पाने का प्रयास किया जायेगा. उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार की 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत हम जॉर्डन के कारोबारियों को भारत में उपलब्ध अपार सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए आमंत्रित करते हैं. भारत, जॉर्डन को एक महत्वपूर्ण साझेदार के रूप में देखता है क्योंकि सामरिक क्षेत्र में स्थित होने के कारण भारतीय कंपनियां यहां से क्षेत्रीय बाजारों तक पहुंच बना सकती हैं.
इनपुट-भाषा