भारत और इजराइल के बीच बढ़ते संबंधों में एक और मील का पत्थर जोड़ते हुए राष्ट्रपति प्रणब मु़खर्जी तीन दिवसीय यात्रा पर मंगलवार को यरूशलम पहुंचे. किसी भी भारतीय राष्ट्रपति की यह पहली इजराइल यात्रा है.
फलीस्तीन की यात्रा के बाद राष्ट्रपति इजराइल पहुंचे हैं, जहां उनका बहुत व्यस्त कार्यक्रम है. उनके कार्यक्रमों में बुधवार को इजराइल की संसद नेसेट में उनका संबोधन भी शामिल है, जो इजराइल आने वाले राजकीय अतिथियों के लिए दुर्लभ सम्मान है.
मुखर्जी के सम्मान में इजराइल के राष्ट्रपति रेउवेन रिवलिन ने रात्रि भोज और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने दोपहर के भोज का आयोजन किया है. इसके अलावा यरूशलम स्थित हेब्रू विश्वविद्यालय में उन्हें मानद डिग्री से सम्मानित किया जाएगा.
रिवलिन ने मुखर्जी की यात्रा को ‘ऐतिहासिक राजनीतिक मील का पत्थर’ बताते हुए कहा कि यह दोनों देशों के बीच रिश्तों के मजबूत होते जाने का परिचायक है. इजराइल के राष्ट्रपति ने कहा कि इस यात्रा से आर्थिक, वैज्ञानिक, स्वास्थ्य, कृषि और अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंध और गहरे होंगे.
-इनपुट भाषा से