पीएम मोदी और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मंगलवार रात करीब साढ़े ग्यारह बजे साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. पीएम नेतन्याहू ने मोदी के इजरायल दौरे के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि वे योग के प्रति मोदी के उत्साह से काफी प्रेरित हुए और उम्मीद जताई कि भारत-इजरायल साथ मिलकर बेहतर भविष्य के लिए बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं.
वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने इजरायल में हुए स्वागत पर कहा कि मेहमान नवाजी से उन्हें घर की याद आ गई. मोदी ने कहा कि भारत विश्व की तेजी से तरक्की करती अर्थव्यस्था है और हम नई तकनीक व शोध को बढ़ावा देने में लगे हैं.
पीएम मोदी ने कहा, 'सभ्य समाज में हिंसा की कोई जगह नहीं है. भारत को यहूदी बेटे-बेटियों पर गर्व है. दोनों देशों के सामने एक जैसी चुनौती है और दोनों देशों का जोर आर्थिक विकास पर है.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से तीन दिनों की इजरायल यात्रा पर पहुंचे. पीएम भारतीय समयानुसार मंगलवार शाम करीब साढ़े 6 बजे तेल-अवीव के बेन गुरियन एयरपोर्ट पहुंचे, जहां इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रोटोकॉल तोड़कर बड़ी गर्मजोशी से खुद एयरपोर्ट पर पीएम का स्वागत किया. पीएम ने पहुंचते ही इजरायल के पीएम को गले लगाया और फिर दोनों देशों का राष्ट्रगान हुआ.पीएम बेंजामिन ने हाथ जोड़कर हिंदी में कहा, 'आपका स्वागत है मेरे दोस्त.'
होलोकास्ट के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने पीएम मोदी इजरायली प्रधानमंत्री के साथ याद वाशेम पहुंचे. यहां पीएम तीन हॉलों में पहुंचे, पहले हॉल ऑफ नेम्स गए, जहां 46 लाख होलोकास्ट पीड़ितों के नाम दर्ज हैं. इसके बाद हॉल ऑफ रिमेम्ब्रन्स और बच्चों के स्मारक पर पहुंचे, जहां होलोकास्ट पीड़ितों में शामिल 15 लाख यहूदी बच्चों को याद करते हुए उनका नाम बोला जाता है.
So that the light of humanity always shines through us. PM pays homage to 6 million lives lost in the Holocaust at Yad Vashem Memorial pic.twitter.com/qeRnTB518t
— Gopal Baglay (@MEAIndia) 4 July 2017
पीएम मोदी की इस ऐतिहासिक यात्रा पर पूरी दुनिया की नजरें हैं. यह किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला इजरायल दौरा है. मोदी के इस दौरे के दौरान इजरायल से 17 हजार करोड़ का रक्षा सौदा होने की संभावना जताई जा रही है.
भारतीय प्रधानमंत्री के दौरे पर इजरायल के स्थानीय लोग भी काफी उत्साहित और खुश हैं. एक नागरिक ने कहा कि भारत और इजरायल के बीच करीबी रिश्ता जरूरी है.
पीएम मोदी के दौरे पर इजराइल के 10 हेरोन टीपी ड्रोन को लेकर 400 मिलियन डॉलर की अहम डील होने वाली है. भारत अभी 70 से 100 अरब रुपये के करीब सैन्य उत्पाद इजरायल से आयात कर रहा है, जो अगले पांच साल में 150 अरब रुपये तक पहुंच सकता है.
पीएम के इस दौरे से इजराइल की कंपनियों के लिए भारत में निवेश के बेहतर मौके बनेंगे. सबसे बड़ी बात यह कि इजरायल मोदी के दौरे के आसरे विरोधियों को यह जताना चाहता है कि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश ना केवल उसका अच्छा दोस्त है, बल्कि उसके साथ उसके व्यापक कारोबारी रिश्ते भी हैं.
इजरायल भारत की दोस्ती का इस्तेमाल मिडल-ईस्ट के साथ एशिया के अन्य देशों के साथ डिप्लोमेसी में भी कर सकता है. इजरायल अपने अगल-बगल विरोधी देशों से घिरा हुआ है, और ईरान से लेकर अफगानिस्तान तक उसका विरोध करते रहे हैं, जबकि भारत के इन सभी देशों के साथ अच्छे संबंध हैं. आमतौर पर दुश्मन को दोस्त दुश्मन होता है लेकिन भारत के मामले में ऐसा नहीं है.