जी-7 सम्मेलन में शिरकत करने फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया. लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार विदेश में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने भारत और फ्रांस के संबंधों पर जमकर चर्चा की.
अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि इन दिनों पेरिस राम में रम गया है. मोरारी बापू की वजह से लोग राम की भक्ति में डूबे हैं. उन्होंने अपने व्यस्त कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा, 'आज मेरे पास अगर समय होता, तो मोरारी बापू के कार्यक्रम में जरूर जाता. जो इंद्र के लिए समय नहीं बदलते, उन्होंने नरेंद्र के लिए समय बदला है.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पिछले फ्रांस दौरे की चर्चा करते हुए हल्के अंदाज में कहा कि नेता तो वादे भूल जाते हैं लेकिन मैं वादा याद दिलाने वाला नेता हूं. उन्होंने कहा, 'जब मैं 4 साल पहले फ्रांस आया था, तो हजारों की संख्या में भारतीयों से संवाद का अवसर मिला था. मुझे याद है, तब मैंने आपसे एक वादा किया था. मैंने कहा था कि भारत आशाओं और आकांक्षाओं के नए सफर पर निकलने वाला है.'
उन्होंने कहा, 'आज जब आपके बीच आया हूं तो कह सकता हूं कि हम न सिर्फ उस सफर पर निकल पड़े, बल्कि 130 करोड़ भारतवासियों के सामूहिक प्रयासों से भारत तेज गति से विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है. यही कारण है कि इस बार फिर देशवासियों ने अधिक प्रचंड जनादेश देकर हमारी सरकार को समर्थन दिया है.'
गौरतलब है कि भारतीयों को संबोधित करने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के प्रधानमंत्री एडवर्ड फिलिप से मुलाकात की.
पेरिस में 25 अगस्त तक चलेगी मोरारी बापू की रामकथा
गुजरात के सुविख्यात कथा वाचक गृहस्थ संत मोरारी बापू भी इन दिनों रामकथा के लिए पेरिस में हैं. पेरिस में बापू की कथा 17 अगस्त को शुरू हुई थी. आठ दिवसीय कथा का समापन 25 अगस्त को होना है. बता दें कि मोरारी बापू ने 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले अपनी कथाओं में खुलकर कांग्रेस की तत्कालीन सरकार पर तंज कसे थे और प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी की उम्मीदवारी का समर्थन किया था.