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गोंड पेंटिंग से लेकर नगालैंड की शॉल तक... PM मोदी ने BRICS नेताओं को दिए ये गिफ्ट

प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा को तेलंगाना की विशिष्ट 500 साल पुरानी फ़ारसी हस्तकला सुराही का जोड़ा भेंट किया. जबकि दक्षिण अफ्रीका की फर्स्ट लेडी त्सेपो मोत्सेपे को नगालैंड का शॉल गिफ्ट किया है.

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PM मोदी ने BRICS नेताओं को गोंड पेंटिंग से लेकर बिदरी सुराही तक गिफ्ट की
PM मोदी ने BRICS नेताओं को गोंड पेंटिंग से लेकर बिदरी सुराही तक गिफ्ट की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने BRICS शिखर सम्मेलन के दौरान कई देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं. इसके साथ ही उन्होंने अपने तीन दिवसीय दौरे के समापन पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा, उनकी पत्नी और साउथ अफ्रीका की फर्स्ट लेडी त्सेपो मोत्सेपे और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा को गिफ्ट दिए. इसमें आदिवासी कला का जीवंत नमूना गोंड पेंटिंग, नगालैंड की शॉल और तेलंगाना की बिदरी सुराही शामिल हैं.

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साउथ अफ्रीका के राष्ट्रपति को गिफ्ट की बिदरी सुराही

प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा को तेलंगाना की विशिष्ट 500 साल पुरानी फ़ारसी हस्तकला का प्रतीक बिदरी सुराही का जोड़ा भेंट किया. बिदरी सुराही एक तरह का फूलदान है. यह 500 साल पुरानी फ़ारसी कला है, जो विशेष रूप से बीदर, तेलंगाना की है. इसे जिंक, तांबा और अन्य अलौह धातुओं की मिश्र धातु से बनाया जाता है. इस  खूबसूरत सुराही पर सुंदर पैटर्न उकेरे गए हैं. इस पर शुद्ध चांदी के तार जड़े गए हैं. इसे बनाने के लिए बीदर किले की विशेष मिट्टी के साथ मिश्रित घोल में भिगोया जाता है. इसके कारण जिंक मिश्र धातु काली हो जाती है, लेकिन चांदी की परत बरकरार रहती है.

तेलंगाना की बिदरी सुराही

दक्षिण अफ्रीका की फर्स्ट लेडी को भेंट की नगालैंड की शॉल

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पीएम मोदी ने दक्षिण अफ्रीका की फर्स्ट लेडी त्सेपो मोत्सेपे को नगालैंड का शॉल गिफ्ट किया है. नगालैंड के शॉल कपड़ा कला का एक बेहतरीन रूप है, जिसे नगालैंड में रहने वाली जनजातियों द्वारा सदियों से बुना जाता रहा है. ये शॉल अपने जीवंत रंगों, जटिल डिजाइन और पारंपरिक बुनाई तकनीकों के उपयोग के लिए जाने जाते हैं. ये शॉल स्थानीय कपास, रेशम और ऊन से बनाई जाती है. नागा शॉल की सबसे खास बात ये है कि इसमें एक ज्यामितीय और प्रतीकात्मक डिजाइनों का उपयोग है.

नगालैंड की शॉल

ये डिज़ाइन जनजाति के मिथकों, किंवदंतियों और मान्यताओं से प्रेरित हैं, जिनमें विशिष्ट अर्थ और महत्व वाले डिज़ाइन हैं. शॉल में इस्तेमाल किये गये रंग प्रतीकात्मक हैं. नागाओं का मानना है कि रंगों का उनके जीवन और कल्याण पर गहरा प्रभाव पड़ता है. उदाहरण के लिए, लाल साहस का प्रतीक है, जबकि काला शोक का प्रतीक है. सफेद रंग पवित्रता से जुड़ा है और हरा रंग विकास और समृद्धि का प्रतीक है. इन जीवंत रंगों को बनाने के लिए बुनकर अक्सर पौधों और जड़ों से बने प्राकृतिक रंगों का उपयोग करते हैं.

ब्राजील के राष्ट्रपति को गिफ्ट की गोंड पेंटिंग

प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा को गोंड पेंटिंग गिफ्ट की. ये पेंटिंग गोंड जनजाति के लोगों के घरों की दीवारों और फर्शों पर बिंदुओं और रेखाओं के इस्तेमाल से उकेरी जाती है. स्थानीय रूप से उपलब्ध प्राकृतिक रंगों, कोयला, रंगीन सामग्रियों के साथ प्रत्येक घर के निर्माण और पुनर्निर्माण में इन्हें बनाया जाता है. इसमें मिट्टी, पौधे का रस, पत्तियां, गाय का गोबर, चूना पत्थर के पाउडर आदि का इस्तेमाल किया जाता है.

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गोंड पेंटिंग

 

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