प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी से मुलाकात की. दोनों देशों के प्रतिनिधि मंडल इस दौरान मौजूद रहे. दोनों देशों के बीच आतंकवाद, व्यापार समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा भी की गई. दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात न्यूयॉर्क में हुई. अमेरिका द्वारा ईरान पर लगाए गए प्रतिबंध के बीच पीएम मोदी और रूहानी की मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है. दोनों नेताओं ने चाबहार बंदरगाह और इसकी महत्ता पर चर्चा की.
दोनों नेताओं ने इसके अलावा द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की और साझा हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक विकास पर विचार साझा किए. दोनों नेताओं ने 2015 में उफा में अपनी पहली बैठक के बाद द्विपक्षीय रिश्तों में हुई प्रगति की सकारात्मक समीक्षा की.
हसन रूहानी से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति हसन रूहानी से मिलकर खुशी हुई. हमने भारत-ईरान संबंधों और क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर गहन चर्चा की.
Delighted to meet President @HassanRouhani. We had in-depth discussions on the full range of India-Iran ties, and regional & global matters pic.twitter.com/Z5uwZPW7LD
— Narendra Modi (@narendramodi) September 26, 2019
विदेश मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, दोनों नेताओं ने विशेष रूप से चाबहार बंदरगाह के परिचालन का उल्लेख किया और अफगानिस्तान और मध्य एशियाई क्षेत्र तक आने व जाने के लिए एक गेटवे के तौर पर इसकी भूमिका की महत्ता पर जोर दिया. प्रधानमंत्री मोदी ने खाड़ी क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने में कूटनीति, संवाद और विश्वास निर्माण को प्राथमिकता देने के भारत के समर्थन को दोहराया.
बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी और ईरान के राष्ट्रपति रूहानी ने 2020 में दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ मनाने पर सहमति जताई.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 सितंबर से अमेरिका के दौरे पर हैं. वो सबसे पहले ह्यूस्टन पहुंचे थे और हाउडी मोदी कार्यक्रम में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया था. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी मंच साझा किया था. ह्यूस्टन के बाद पीएम मोदी न्यूयॉर्क पहुंचे हैं और ताबड़तोड़ बैठकें कर रहे हैं. गुरुवार को भी पीएम मोदी की मैराथन बैठकों का दौर जारी है.
मोदी के अमेरिका दौरे में क्या-क्या हुआ?
इससे पहले पीएम मोदी ने एस्तोनिया की राष्ट्रपति क्रिस्टी कालिजुलैड से मुलाकात की थी. दोनों नेताओं ने द्वीपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा हुई थी. पीएम मोदी ने एस्तोनिया के राष्ट्रपति से मुलाकात से पहले न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेंसीडा आडेर्न से मुलाकात की थी. पीएम मोदी आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पाशिनयान से भी मुलाकात कर चुके हैं. बुधवार को पीएम मोदी ने ब्लूमबर्ग ग्लोबल बिजनेस फोरम में वैश्विक उद्योगपतियों को संबोधित किया था और भारत आकर निवेश करने का न्यौता दिया था.
पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुलाकात
ह्यूस्टन में हाउडी मोदी समारोह के बाद न्यूयॉर्क में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ पीएम मोदी की द्विपक्षीय वार्ता हुई, जिसमें ट्रेड डील को लेकर सकारात्मक चर्चा हुई. इसके साथ ही आतंकवाद और पाकिस्तान के मसले पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इससे पीएम मोदी खुद निपट लेंगे. ट्रंप के इस बयान को बीजेपी बेहद सकारात्मक रूप से देख रही है. इसी दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम मोदी को ‘फादर ऑफ इंडिया’ बताया था.
आपको बता दें कि पीएम मोदी अभी तक अमेरिका में लगभग एक दर्जन से अधिक देशों के प्रमुखों से मुलाकात कर चुके हैं, उन्होंने कई बिजनेस लीडर्स से भी मुलाकात की है. 27 सितंबर की रात (भारतीय समयानुसार) प्रधानमंत्री को संयुक्त राष्ट्र में संबोधन देना है, उम्मीद जताई जा रही है कि पीएम का फोकस क्लाइमेट चेंज और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर हो सकता है.
वतन वापसी पर पीएम मोदी का होगा भव्य स्वागत
पीएम मोदी 28 सितंबर को अमेरिका से वापस लौटेंगे, तो बीजेपी उनका भव्य स्वागत करेगी. 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा में संबोधन के बाद पीएम मोदी वापस दिल्ली के लिए रवाना होंगे. वहीं, दिल्ली बीजेपी के कार्यकर्ता एयरपोर्ट के पास भारी संख्या में पहुंचेंगे और पीएम मोदी का जबरदस्त स्वागत करेंगे. सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने पीएम मोदी के भव्य स्वागत की तैयारी कर ली है.