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हांगकांग में लोकतंत्र के लिए प्रदर्शन, पुलिस ने भांजी लाठियां

लोकतंत्र की मांग कर रहे हजारों प्रदर्शनकारियों ने हांगकांग में सोमवार सुबह जबर्दस्त प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने पहले तो लाठियां बरसाईं और आंसू गैस के गोले भी छोड़े. हालांकि बाद में स्थि‍ति के सामान्य होने पर सरकार ने हांगकांग दंगा पुलिस को मौके से हटाने की घोषणा भी कर दी.

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हांगकांग में प्रदर्शनकारियों को रोकती पुलिस
हांगकांग में प्रदर्शनकारियों को रोकती पुलिस

लोकतंत्र की मांग कर रहे हजारों प्रदर्शनकारियों ने हांगकांग में सोमवार सुबह जबर्दस्त प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने पहले तो लाठियां बरसाईं और आंसू गैस के गोले भी छोड़े. हालांकि बाद में स्थि‍ति के सामान्य होने पर सरकार ने हांगकांग दंगा पुलिस को मौके से हटाने की घोषणा भी कर दी. दो दशक पहले चीन के कब्जे में आने के बाद हांगकांग में इसे सबसे बड़ा प्रदर्शन बताया जा रहा है.

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जानकारी के मुताबिक, सरकार ने दंगा पुलिस को लेकर अपनी वेबसाइट पर घोषणा की. इसमें लिखा गया, 'क्योंकि सड़कों पर जमा लोग अब शांत हो गए हैं और स्थि‍ति सामान्य हो रही है इसलिए दंगा पुलिस को मौके पर से हटा लिया गया है.' लोग बीजिंग के रुख से नाराज हैं और आरोप है कि वह धीरे-धीरे लोकतंत्र को कमजोर करता जा रहा है. चीन ने फैसला किया है कि वह हांगकांग में राजनीतिक सुधारों पर अब अंकुश लगाएगा, जिसका मतलब साफ है कि यह लोकतंत्र को कुचलकर एक पार्टी की तानाशाही लागू करने की कवायद होगी.

इंस्टाग्राम को ब्लॉक किया गया
हांगकांग में प्रदर्शन के मद्देनजर चीन में इंस्टाग्राम को कथि‍त तौर पर ब्लॉक कर दिया गया है. जानकारी के मुताबिक, इस सोशल नेटवर्क पर प्रदर्शनकारियों के खि‍लाफ पुलिस की कार्रवाई की तस्वीरें और वीडियो साझा की जा रही थीं. इसके अलावा हैश टैग #occupycentral भी ट्रेंड कर रहा था. ऐसे में इस सोशल नेटवर्क को ब्लॉक कर दिया गया.

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इससे पहले रविवार को पूरे दिन और रात तरह-तरह की अफवाहें फैलती रहीं और प्रदर्शन करने वालों की तादाद लगातार बढ़ती गई. लोगों की भीड़ के कारण हालत बिगड़ने लगे, जिसके बाद पुलिस ने सोमवार सुबह धरना-प्रदर्शन करने वालों के खि‍लाफ बल प्रयोग किया. महानगर के ज्यादातर रास्तों को प्रदर्शनकारियों ने बंद कर दिया है.

नेताओं के खुले चयन पर रोक
बताया जाता है कि चीन ने पिछले महीने हांगकांग के नेता के लिए होने वाले चुनाव में उम्मीदवारों के खुले चयन पर रोक लगा दी है. पहले सभी उम्मीदवारों का नामांकन खुला रहता था, लेकिन चीन ने चालाकी दिखाते हुए यह व्यवस्था खत्म कर दी और अब नेता पद के लिए नामांकन भी गोपनीय रहेंगे.

हांगकांग में हालात इतने बिगड़ गए हैं कि चीन की ओर से रखे गए चीफ एक्जीक्यूटिव लियुंग चुन-यिंग को बयान जारी करना पड़ा है. अपने बयान में उन्होंने कहा कि हांगकांग में लोकतंत्र को काई खतरा नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि चीनी सेना वहां कब्जा नहीं करेगी. लियुंग ने लोगों से आग्रह किया कि वे अफवाहों से सावधान रहें. लेकिन उन्होंने छुपे शब्दों में चेतावनी भी दी कि पुलिस अपना काम करते वक्त सख्ती बरतेगी.

बस रूटों को रद्द किया गया
महानगर के 200 बस रूटों को रद्द कर दिया गया है. कुछ के रास्ते बदल दिए गए हैं. मोंग कोक में जाने का मुख्य मार्ग भी प्रदर्शनकारियों ने बंद कर दिया है. इस आंदोलन का रूप बहुत बड़ा है और स्कूली छात्रों से लेकर कॉलेज के छात्र भी इसमें शामिल हो गए हैं. सभी तबकों के लोगों के इसमें शामिल होने से चीनी अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए हैं, क्योंकि इस वित्तीय शहर में कभी ऐसा नहीं हुआ. कई जगहों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े हैं. जबकि 26 लोगों को अस्पताल पहुंचाया गया है.

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साल 1997 में जब चीन ने इस द्वीप को इंग्लैंड से लिया था तो उसने कहा था कि वह एक देश दो शासन प्रणाली पर कायम रहेगा. इसके तहत यहां का प्रशासन सीधे चीन के हाथों में नहीं है. शहर के प्रशासक अपने काम अपने विवेक से करते हैं, लेकिन अब चीन के इरादे बदलते जा रहे हैं. अब वह यहां के प्रशासन पर सीधे दखल देना चाहता है, जिसे स्थानीय लोग पसंद नहीं कर रहे हैं.

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