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PAK: इमरान खान की कभी भी हो सकती है गिरफ्तारी, सड़कों पर उतरे PTI कार्यकर्ता, जज को धमकाने का आरोप

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी किसी भी समय हो सकती है. इमरान सरकार में मंत्री रहे पीटीआई के सीनियर नेता फवाद चौधरी ने बताया कि इमरान के आवास पर कार्यकर्ताओं के पहुंचने के लिए बसें लगाई गई हैं. कई कार्यकर्ता बानी गाला पहुंच चुके हैं. इमरान खान के खिलाफ आतंकवाद निरोधी कानून के तहत एफआईआर दर्ज हो चुकी है.

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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (फाइल फोटो)
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (फाइल फोटो)

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है. इमरान खान के खिलाफ आतंकवाद निरोधी कानून (ATA) के तहत एफआईआर पहले ही दर्ज हो चुकी है. इमरान पर इस्लामाबाद में रैली के दौरान एक जज समेत दो शीर्ष अधिकारियों को धमकाने का आरोप है. इस बीच पीटीआई कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं. 

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पीटीआई के वरिष्ठ नेता फवाद चौधरी ने ट्वीट के बाद पीटीआई कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं. चौधरी ने ट्वीट कर कहा था कि इमरान के समर्थक उनके आवासा बानी गाला पहुंचे. वहां कई कार्यकर्ता पहले से मौजूद हैं. उन्होंने कहा कि कुछ घंटों में हजारों लोग बानी गाला इंशाअल्लाह में होंगे. चौधरी ने ट्वीट कर कार्यकर्ताओं को बताया कि पीटीआई की ओर से फैसलाबाद से बानी गाला के लिए बसों के काफिले चल रहे हैं. आप जहां भी हों, आज ही बानी गाला पहुंचें और इमरान खान के साथ एकजुटता हों. 

देश को अस्थिर करने की साजिश: PTI

इस्लामाबाद में बने सियासी माहौल पर फवाद चौधरी ने लगातार कई ट्वीट किए हैं. एक ट्वीट में फवाद ने बताया कि इमरान को कहा था कि पंजाब चले जाओ. लेकिन उन्होंने कहा कि मुझे डर नहीं जो भी गिरफ्तार करना चाहता है तो वह कर सकता है. इमरान सरकार में विदेश मंत्री रहे शाह महमूद कुरैशी ने इमरान को अपनी रेड लाइन बताया है. उन्होंने लिखा कि इमरान को जेल में डालने वाले साजिशकर्ताओं को पूरे देश की प्रतिक्रियाओं का सामना करना पड़ेगा. पीटीआई नेता हम्माद अज़हर ने एक ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि ये सरकार पूरे देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रही है. बानी गाला पर किसी भी तरह का साहसिक कार्य वास्तव में पाकिस्तान की स्थिरता पर हमला है, जिसे पाकिस्तान के जोशीले लोग किसभी तरह से सफल नहीं होने देंगे. 

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जज की शिकायत पर मुकदमा

इस्लामाबाद के सदर मजिस्ट्रेट अली जावेद की शिकायत पर पीटीआई के अध्यक्ष इमरान के खिलाफ एटीए के तहत मामला दर्ज किया गया था. इसके बाद पीटीआई के समर्थकों को सड़कों पर उतरने के लिए गया है. इमरान के खिलाफ मारगल्ला पुलिस स्टेशन में शनिवार की रात 10 बजे एफआईआर दर्ज की गई थी. इसमें एफ9 पार्क में पीटीआई की रैली में इमरान खान के भाषणों का जिक्र है. इस एफआईआर में आतंकवाद निरोधी अधिनियम की धारा 7 भी शामिल है. 

पुलिस, सेना और न्यायपालिका के खिलाफ भाषण 

इस्लामाबाद के एक अन्य पुलिस स्टेशन को इमरान के खिलाफ G-11/2 निवासी एक शख्स की ओर से नफरत भरे भाषण देने और सेना, पुलिस और न्यायपालिका के खिलाफ बगावत भड़काने की शिकायत मिली थी, इससे कुछ घंटे पहले ही एफआईआर दर्ज की गई थी. मारगल्ला पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि पीटीआई प्रमुख ने इस्लामाबाद के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश को पुलिस और न्यायपालिका के उच्च अधिकारियों को डराने के लिए धमकाया ताकि डर से वो पीटीआई के खिलाफ कार्रवाई करने से बचें.  

PEMRA ने लिया था बड़ा एक्शन 

इससे पहले पाकिस्तान की इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (PEMRA) ने इमरान के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया था. PEMRA ने सैटेलाइट टीवी चैनल पर उनके लाइव भाषण पर बैन लगा दिया था. इसके साथ ही उनके रिकॉर्ड किए गए भाषण और बयान को भी चेक करके चलाने का आदेश दिया था, कि उसमें कोई आपत्तिजनक कंटेंट न हो.  

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इमरान के भाषण पर की गई कार्रवाई

PEMRA के द्वारा जारी किए आदेश में लिखा था, 'देखा गया है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान अपने बयान और भाषणों में लगातार नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. उनके ऐसे भाषण देश में शांति के लिए खतरा हैं.' आदेश की कॉपी में फारसी में इमरान खान के एक भाषण का हिस्सा लिखा है, जिसमें अभद्र भाषा का प्रयोग बताया गया है. ये पाकिस्तान में धारा 19 का उल्लंघन माना गया है.
 

 

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