पाकिस्तान की सत्तारूढ़ पार्टी पीटीआई के एक पूर्व नेता, सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति वजीहुद्दीन अहमद ने दावा किया है कि पार्टी से अब अलग हो चुके नेता जहांगीर खान तरीन प्रधानमंत्री इमरान खान के घरेलू खर्चों के लिए प्रति माह 50 लाख रुपए तक दिया करते थे. उन्होंने इमरान खान की ईमानदारी पर सवाल उठाते हुए कहा है कि पार्टी के कई लोग इमरान खान का घर चलाने के लिए फंडिंग किया करते थे.
वजीहुद्दीन अहमद ने पाकिस्तान के टीवी कार्यक्रम, 'तब्दीली' में बोलते हुए इमरान खान पर ये आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, 'ये सोच बिल्कुल गलत है कि इमरान खान एक ईमानदार आदमी हैं. उन्होंने सालों से कभी अपना घर खुद नहीं चलाया. शुरू में जहांगीर तरीन जैसे लोग 30 लाख रुपया दिया करते थे उनका घर चलाने के लिए.'
अहमद ने आगे कहा, 'फिर ये हुआ कि 30 लाख रुपए में नहीं चलेगा तो 50 लाख रुपया वहां देना शुरू किया. एक हमारे साथी थे पीटीआई में... उनकी बात मैं दोहराना चाहूंगा कि वो शख्स जिसके जूते के लेस भी अपने नहीं हैं, वो अपने आप को ईमानदार कैसे कह सकता है?'
जहांगीर खान तरीन ने सभी आरोपों से किया इंकार
हालांकि, इस बयान पर हंगामा मचने के बाद जहांगीर खान तरीन ने वजीहुद्दीन अहमद के सभी आरोपों को खारिज कर दिया है. तरीन ने कहा कि इस्लामाबाद के बानी गाला में स्थित इमरान खान के आलीशान घर को चलाने के लिए उन्होंने कभी 'एक पैसा' नहीं दिया.
तरीन ने अपने एक ट्वीट में लिखा, 'इमरान खान के साथ मेरे संबंधों की वर्तमान स्थिति के बावजूद, सच बताया जाना चाहिए. नए पाकिस्तान के निर्माण में पीटीआई की मदद करने के लिए मुझसे जितना बन पड़ा मैंने किया लेकिन इमरान खान के घरेलू खर्चों के लिए कभी भी एक पैसा नहीं दिया.'
वहीं इस मांमले पर पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने एक प्रेस वार्ता में वजिहुद्दीन अहमद पर निशाना साधते हुए कहा, 'रिटायर्ड जस्टिस वजिहुद्दीन जैसे जोकर ऐसी बातें अपनी अहमियत बढ़ाने के लिए करते हैं. ऐसे लोगों की अहमियत उनके परिवार में भी नहीं होती इसलिए उनकी बातों पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है.'
इमरान खान के विशेष राजनीतिक संचार सहायक डॉ शाहबाज गिल ने अहमद के दावे को पूरी तरह से झूठा और अतार्किक बताया है. उन्होंने ट्वीट किया, 'जो कोई भी इमरान खान को जानता है, वो उनकी ईमानदारी और गरिमा को भी जानता है. वजीह साहब पार्टी से निकाले जाने के बाद अक्सर निराशा में इस तरह की अतार्किक टिप्पणी करते हैं.'
आपको बता दें कि वजीहुद्दीन अहमद ने 5 सालों पहले साल 2016 में पीटीआई से इस्तीफा दे दिया था. इमरान खान से उनके रिश्ते ठीक नहीं चल रहे थे जिस कारण उन्होंने पार्टी से दूरी बना ली थी.