जम्मू कश्मीर के पुलवामा हमले के ठीक कुछ घंटों पहले ईरान में भी आतंकियों ने रेवोलुशनरी गार्ड की बस पर आत्मघाती हमला किया था. इस हमले में ईरान के 27 जवानों की मौत हो गई. जबकि 13 घायल हैं. बताया जा रहा है कि ईरानी जवान सीमा पर गश्ती के बाद लौट रहे थे तभी हमला हुआ.
ईरान में यह आत्मघाती हमला खश-जाहेदान रोड पर हुआ. यह ठीक पुलवामा में सेना पर हमले के पैटर्न पर हुआ. रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स कर्मी सीमा पर गश्ती के बाद लौट रहे थे तब खश-जाहेदान रोड पर बस के साथ एक कार चलने लगी. जो विस्फोटकों से भरी हुई थी. तभी बस में कार आ घुसी और जोरदार धमाका हुआ. इस हमले में 27 सैनिक मारे गए और 13 घायल हो गए.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस हमले की जिम्मेदारी ईरान के खतरनाक टेररिस्ट ग्रुप 'जैश-अल-अद्ल' ने ली है. इस आतंकी संगठन को ईरान में ब्लैक लिस्ट किया गया है.
अमेरिका से मुलाक़ात के पहले हुआ हमला...
गौरतलब है किमिडिल ईस्ट और ईरान पर चर्चा के लिए अमेरिका ने पोलैंड में एक सम्मेलन का आयोजन किया था. इस सम्मलेन में 60 देशों ने भाग लिया था. इस सम्मलेन का आतंकी संगठन विरोध कर रहे थे.
भारत में भी इसी पैटर्न पर हुआ हमला...
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार दोपहर जवानों पर हुए सबसे बड़े आत्मघाती हमले में 37 जवान शहीद हो गए. 2500 जवानों का काफिला पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग से गुजर रहा था. इस बीच विस्फोटकों से लदी कार जवानों की बस में आ घुसी और तेज विस्फोट हुआ. इस हमले में 37 जवान शहीद हो गए हैं, जबकि कई जवान अभी भी घायल हैं.
इस हमले के बाद सरकार भी एक्शन में है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी की बैठक होनी है. इसमें हमले को लेकर कोई अहम फैसला लिया जा सकता है.