ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन संघर्ष को सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की सराहना की है. उन्होंने कहा कि 'ब्रिक्स (BRICS) किसी के खिलाफ नहीं है'. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर कज़ान में 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 22-23 अक्टूबर तक रूस का दौरा करेंगे.
'मैं पीएम मोदी का आभारी हूं'
रूसी राष्ट्रपति ने कहा, 'ब्रिक्स का उद्देश्य कभी भी तरह से किसी के खिलाफ होना नहीं है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा है कि ब्रिक्स एक पश्चिम विरोधी समूह नहीं बल्कि एक गैर-पश्चिमी समूह है.' पुतिन ने कहा कि 'रूस-यूक्रेन संघर्ष का मुद्दा उठाने के लिए मैं पीएम मोदी का आभारी हूं.'
उन्होंने कहा, 'रूस इसे शांतिपूर्ण तरीके से हल करना चाहता है. हमने नहीं बल्कि यूक्रेनी पक्ष ने बातचीत रोकी है. पीएम मोदी से बातचीत के दौरान, वह हर बार इस मुद्दे को उठाते हैं और अपने विचार रखते हैं. इसके लिए हम उनके आभारी हैं.'
22-23 अक्टूबर को रूस के दौरे पर रहेंगे PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 22-23 अक्टूबर को कजान में आयोजित होने वाले 16वें BRICS समिट में भाग लेने के लिए रूस का दौरा करेंगे. विदेश मंत्रालय ने एक ऑफिशियल नोटिस में कहा, 'Strengthening Multilateralism for Just Global Development and Security' थीम पर आयोजित होने वाला यह शिखर सम्मेलन नेताओं को अहम ग्लोबल मुद्दों पर चर्चा करने के लिए एक अच्छा मंच प्रदान करेगा.
ब्रिक्स देशों के नेताओं से मिलेंगे प्रधानमंत्री
विदेश मंत्रालय ने कहा, 'शिखर सम्मेलन ब्रिक्स द्वारा शुरू की गई पहलों की प्रगति का आकलन करने और भविष्य में सहयोग के लिए संभावित सेक्टर्स की पहचान करने का एक मूल्यवान मौका प्रदान करेगा.' अपनी यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी BRICS सदस्य देशों के अपने समकक्षों और रूस के शहर कजान में बुलाए गाए नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे.
2024 में पीएम मोदी की दूसरी रूस यात्रा
यह इस साल प्रधानमंत्री मोदी की रूस की दूसरी यात्रा होगी. वे रूस के राष्ट्रपति के साथ अनौपचारिक मुलाकात के लिए मास्को गए थे. यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद से उनकी मास्को की यह पहली यात्रा भी थी.
पिछले दिनों अगस्त महीने में प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति से बात की और यूक्रेन संघर्ष के जल्द समाधान का आग्रह किया था. यह बातचीत प्रधानमंत्री मोदी द्वारा कीव का दौरा करने और यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की से मिलने के कुछ दिनों बाद हुई थी.