रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन रविवार मध्यरात्रि के बाद 18 घंटे के दौरे पर भारत पहुंच रहे हैं. उम्मीद की जा रही है कि इस दौरे में अरबों डॉलर के रक्षा समझौते, विवादास्पद परमाणु दायित्व कानून और सिस्तेमा निवेश के मुद्दे पर प्रमुखता से बात होगी.
सोमवार सुबह पुतिन का राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत होगा. इसके बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ उनकी व्यापक वार्ता होगी.
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पुतिन के स्वागत में दोपहर का भोज देंगे.
पुतिन सत्ताधारी संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में नेता विपक्ष सुषमा स्वराज से भी मिलेंगे.
पुतिन ने पिछली बार 2010 में प्रधानमंत्री के रूप में भारत का दौरा किया था. वह सोमवार शाम भारत से लौटेंगे.
पुतिन की यात्रा से पहले क्रमलिन के बयान में कहा गया कि पुतिन 'व्यापार, निवेश, सैन्य और ऊर्जा नीति में रणनीतिक साझेदारी के लिए ठोस कदमों पर चर्चा करेंगे.'