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फिर चर्चा में मेहुल चोकसी को लेने गया 'मिस्ट्री जेट', तालिबान-पाकिस्तान की सीक्रेट मीटिंग वजह

कतर एयरवेज का बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट, जिसे भारत सरकार ने मेहुल चोकसी को लाने के लिए किराये पर लिया था. वही जेट अब तालिबान-पाकिस्तान की वजह से चर्चा में है.

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कतर एयरवेज का बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट
कतर एयरवेज का बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट
स्टोरी हाइलाइट्स
  • कतर का खास मिस्ट्री जेट फिर चर्चा में है
  • आशंका है कि पाकिस्तान-तालिबान की मीटिंग में इसका इस्तेमाल हुआ

भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी को जब इसी साल एंटीगुआ से भारत लाने की तैयारी थी, तब एक किराए का जेट उसे लेने भेजा गया था. तब वह जेट अपने महंगे किराये (8.46 लाख प्रति घंटा) के लिए चर्चा में आया था. लेकिन अब कतर का वह बिजनेस जेट (बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट) अन्य गंभीर वजहों से चर्चा में आ गया है.

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माना जा रहा है कि कतर से इस जेट का इस्तेमाल तालिबान-पाकिस्तान की गुप्त मीटिंग के लिए हुआ है. इतना ही नहीं दुनियाभर में पिछले कुछ वक्त में जो बड़े घटनाक्रम हुए, वहां यह जेट उन दिनों मौजूद था. यह सब कोरा संयोग है या कुछ और, फिलहाल यह साफ नहीं है.

इसी साल 28 मई को आलीशान बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट किराये पर लेकर कैरिबियाई देश डोमेनिका भेजा गया. इसमें कुछ भारतीय अधिकारी मौजूद थे, जिनको मेहुल चोकसी को वापस लाना था. जेट में सीबीआई के दो अधिकारी, प्रवर्तन निदेशालय के दो अधिकारी और सीआरपीएफ के लोग गए थे. हालांकि, चोकसी को वापस नहीं लाया जा सका और सरकार के करोड़ों रुपये भी किराये के रूप में गए.

जेट का 'काबुल-इस्लामाबाद-काबुल' रूट चर्चा में

अब वहीं अल्ट्रा-लॉन्ग रेंज वाला बिजनेस जेट फिर चर्चा में है. खबर है कि इस हफ्ते जेट काबुल गया, वहां से वह इस्लामाबाद गया और फिर काबुल लौटा. फिर वहां से वापस कतर आया. जेट के फ्लाइंग पैटर्न से समझ आता है कि वह इस्लामाबाद में करीब 24 घंटे रुका था.

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जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को सुबह 9.15 पर यह जेट दोहा से उड़ा. फिर शाम 6.30 (लोकल टाइम) के करीब पर काबुल के हामिद करजई एयरपोर्ट पर उतरा. बस 45 मिनट वह काबुल एयरपोर्ट पर रुका. इससे अंदेशा लगता है कि वहां से उसने कुछ यात्रियों (तालिबान डेलिगेशन) को बैठाया होगा.

फिर रात को जेट 9 बजे के करीब इस्लामाबाद पहुंचा. करीब 24 घंटे जेट वहीं रहा. माना जा रहा है कि इस दौरान काबुल से जेट में बैठा डेलिगेशन 24 घंटे तक पाकिस्तान में ही रहा. फिर बुधवार को जेट रात को 8.56 के करीब उड़ा और काबुल पहुंचा. वहां करीब 31 मिनट ठहरकर जेट वापस दोहा आ गया. माना जा रहा है कि इसी जेट में वह डेलिगेशन वापस काबुल लौटा होगा जो पाकिस्तान गया.

यह सब इसलिए सवाल खड़े करता है क्योंकि लोकल मीडिया में इस तरह की कोई खबर सामने नहीं आई हैं कि तालिबान आधिकारी पाकिस्तान आकर यहां अधिकारियों से मिले हैं. ना ही पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय या तालिबान की तरफ से ऐसी कोई बात कही गई है. बता दें कि काबुल पर तालिबान के कब्जे (15 अगस्त) के बाद हिमायती पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के चीफ फैज हामिद सबसे पहले अफगान पहुंचे थे, जिसने साफ कर दिया था कि पाकिस्तान तालिबान के साथ खड़ा है.

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बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट क्यों है खास

सबसे पहले जान लीजिए कि बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट कतर एयरवेज के बिजनेस जेट सब्सिडियरी कतर एग्जिक्यूटिव का है. कतर एग्जिक्यूटिव हाई प्रोफाइल कस्टमर्स को प्राइवेट जेट्स की सुविधा मुहैया कराती है. बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट कतर एयरवेज का बिजनेस जेट है. सुपर लार्ज बिजनेस जेट्स की बात करें तो उस श्रेणी में यह जेट काफी आरामदायक कैबिन मुहैया कराने वाले जेट्स में शामिल हैं. इसमें एक साथ 13 लोग सफर कर सकते हैं.

जहां भी हुए अहम घटनाक्रम वहां स्पॉट हुआ चार्टर्ड जेट

- बता दें कि 6 मई को मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति बम ब्लास्ट में घायल हुए थे. दो दिन बाद बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट मालदीव में लैंड हुआ था.

- 11 मई को बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट काठमांडू में था. इससे एक दिन पहले पीएम ओली की सरकार गिर गई थी.

- 12-13 मई को बॉम्बार्डियर ग्लोबल-500 जेट मॉस्को में था. बता दें कि 12 मई को यूएन महासचिव मॉस्को दौरे पर थे.

- 21-25 मई को जेट जिनेवा में था. इस बीच 24 मई को वहां अमेरिका और पाकिस्तान के NSA की मीटिंग होनी थी. इसके बाद 24-1 जून को जब वर्ल्ड हेल्थ असेंबली चल रही थी तब भी यह जेट वहां था.

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