scorecardresearch
 

Quad Summit 2022: भारत पर खड़े हुए सवाल तो जापान के प्रधानमंत्री ने दिया दो टूक जवाब

क्वॉड देशों के नेताओं की बैठक के बाद पत्रकारों ने जापान के पीएम फुमियो किशिदा से भारत को लेकर सवाल किया. रूस पर भारत के रुख पर सकारात्मकता दिखाते हुए जापानी पीएम ने कहा कि सभी देशों की ऐतिहासिक और भोगौलिक स्थिति अलग होती है. जरूरी नहीं कि एक जैसा सोचने वाले देश हर मुद्दे पर एक-दूसरे से सहमत हों.

Advertisement
X
क्वॉड देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने जापान की राजधानी टोक्यो में मुलाकात की है (Photo- ANI/Twitter)
क्वॉड देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने जापान की राजधानी टोक्यो में मुलाकात की है (Photo- ANI/Twitter)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • क्वॉड में रूस-यूक्रेन का मुद्दा छाया
  • रूस पर भारतीय रुख को लेकर उठे सवाल
  • जापानी पीएम ने दिया सधा हुआ जवाब

Quad Summit 2022: जापान में मंगलवार को संपन्न क्वॉड देशों की बैठक में रूस-यूक्रेन का मुद्दा प्रमुखता से छाया रहा. भारत को छोड़कर बाकी सभी सदस्य देश (अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया) रूसी हमले की कड़ी निंदा करते हुए रूस पर कई तरह के कड़े प्रतिबंध लगा चुके हैं. लेकिन भारत ने न तो अब तक रूसी आक्रमण की आलोचना की है और न ही रूस के साथ अपने व्यापारिक संबंध तोड़े हैं. भारत शांतिपूर्ण तरीके से मसले के कूटनीतिक हल पर जोर देता रहा है. भारत के इसी रुख को लेकर जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा से सवाल किया गया.

Advertisement

क्वॉड नेताओं की मुलाकात के बाद समापन के दौरान उनसे सवाल किया गया कि रूस पर भारत के रुख से क्वॉड पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?

इस प्रश्न का जवाब जापानी प्रधानमंत्री ने बड़े ही सावधानी से देते हुए कहा, 'अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखें तो प्रत्येक देश की अपनी एक ऐतिहासिक और भौगोलिक स्थिति होती है. एक समान विचारधारा रखने वाले देशों के साथ भी ऐसा हो सकता है कि वो किसी एक स्थिति पर एक-दूसरे से पूरी तरह से सहमत न हों.  यह स्वाभाविक है. लेकिन एक संगठन के रूप में, क्वॉड देशों के बीच आपसी समझ और सहयोग को बढ़ाना महत्वपूर्ण होगा.'


 
पीएम किशिदा ने कहा कि यूक्रेन की स्थिति को लेकर क्वॉड से सभी सदस्य देश सहमत हैं कि कानून का शासन और क्षेत्रीय अखंडता का महत्व बना रहना चाहिए.

Advertisement

उन्होंने कहा, 'यूक्रेन की स्थिति पर भारत सहित चार देशों के नेताओं के बीच इस बात को लेकर सहमति है कि कानून का शासन, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता जैसे विभिन्न सिद्धांतों का महत्व बना रहना चाहिए. किसी भी क्षेत्र में एकतरफा तरीके से यथास्थिति में बदलाव की अनुमति नहीं दी जाएगी.

जापान के पीएम ने यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा करते हुए कहा कि टोक्यो में क्वॉड नेताओं की मुलाकात ने पूरी दुनिया को एक शक्तिशाली संदेश दिया है कि हम इस मुद्दे को लेकर प्रतिबद्ध हैं.

उन्होंने कहा, 'यूक्रेन पर रूसी आक्रमण एक ऐसी घटना है जिसने अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की नींव को हिलाकर रख दिया है. राष्ट्रपति जो बाइडेन, पीएम मोदी और पीएम अल्बनीज (ऑस्ट्रेलिया के पीएम) की भागीदारी के कारण हम दुनिया को टोक्यो से प्रतिबद्धता का एक शक्तिशाली संदेश भेजने में सक्षम रहे हैं.'

क्वॉड देशों की इस चौथी बैठक में कोविड महामारी, स्वास्थ्य, जलवायु परिवर्तन, साइबर, अंतरिक्ष समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई. अपने उद्घाटन भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कोविड-19 की चुनौतियों के बावजूद क्वॉड का दायरा व्यापक हो गया है.

उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान सहित सदस्य देशों का आपसी विश्वास और दृढ़ संकल्प लोकतांत्रिक शक्तियों को नई ऊर्जा और उत्साह दे रहा है. 

Advertisement

Advertisement
Advertisement