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राजा रवि वर्मा की इन दो मशहूर पेंटिंग्स को NFT के जरिए किया जा रहा नीलाम

राजा रवि वर्मा की दो प्रमुख कृतियों को ऑनलाइन NFT संस्करण में नीलाम किया जाएगा. इस नीलामी का उद्देश्य भारतीय विरासत को विदेशों तक पहुंचाना है. The Coquette और Reclining Nair Lady- इन दो मशहूर कृतियों की नीलामी 17 फरवरी से शुरू की जाएगी.

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राजा रवि वर्मा की एक मशहूर पेंटिंग (File Photo)
राजा रवि वर्मा की एक मशहूर पेंटिंग (File Photo)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • राजा रवि वर्मा के कृतियों की नीलामी विदेश में
  • सिंगापुर की ऑनलाइन कंपनी कर रही दो कृतियों की ऑनलाइन नीलामी
  • पेंटिंग्स का NFT संस्करण होगा नीलाम

भारतीय इतिहास के सबसे महान पेंटर में गिने जाने वाले राजा रवि वर्मा की दो महान कृतियों का NFT संस्करण नीलाम किया जाएगा. इस महीने 17 से 20 फरवरी के बीच रवि वर्मा की पेंटिंग्स  The Coquette और Reclining Nair Lady को ऑनलाइन नीलाम किया जाएगा. ये ऑनलाइन नीलामी सिंगापुर का डिजिटल आर्ट प्लेटफॉर्म RtistiQ कर रहा है. 

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राजा रवि वर्मा की कृतियों को राष्ट्रीय धरोहर माना जाता है इसलिए उन्हें भारत से बाहर नहीं बेचा जाता है. NFT के जरिए हालांकि ये संभव हो पाया है कि उनकी कृतियां विश्व के अन्य देशों में भी खरीदी जा सके.

राजा रवि वर्मा त्रावणकोर (केरल) के एक अमीर परिवार से थे. उन्हें 'आधुनिक भारतीय कला का जनक' कहा जाता है. उनकी कृतियां भारतीय संवेदनशीलता और प्रतीकात्मकता और यूरोपीय अकादमिक कला के  मेल की सर्वोत्तम उदाहरणों में से एक हैं. 

Reclining Nair Lady उनकी सबसे प्रसिद्ध पेंटिंग्स में से एक है. इसे उन्होंने 1902 में बनाया था. इस पेंटिंग की प्रेरणा उन्हें फ्रांस के महान पेंटर एडुआर्ड मानेट की पेंटिंग 'ओलंपिया' से मिली थी.

वहीं,  The Coquette राजा रवि वर्मा की सबसे अधिक कॉपी की गई पेंटिंग है. ये पेंटिंग अब मार्केट में उपलब्ध नहीं है. इस पेंटिंग की एक प्रति को पिछली बार एक लाख डालर यानी 74 लाख 65 हजार में बेचा गया था.

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रवि वर्मा अपनी पेंटिंग्स में कुलीन घर की महिलाओं की दिनचर्या दिखाया करते थे. वो देवी-देवताओं को मानवीय चेहरा देकर पेंट किया करते थे. राजा रवि वर्मा अपने चित्रों को सस्ती लिथोग्राफ (मुद्रण की एक कला) के जरिए आम जनता तक पहुंचाने के लिए जाने गए.

इससे उनके प्रभाव में काफी वृद्धि हुए और वो आम लोगों तक अपनी पहुंच बनाने में सफल रहे. वो लोगों के कलाकार के रूप में जाने गए.

राजा रवि वर्मा की परपोती रूक्मिणी वर्मा बताती हैं, 'रवि वर्मा के लिए कला की कोई सीमा नहीं थी. न तो वो भौगोलिक रूप से कला को बांधते थे न ही उनकी कला अमीरी-गरीबी की सीमाओं में बंधी थी. दैनिक जीवन को डॉक्युमेंट करने की उनकी ललक आज भी कलाकारों को प्रेरित करती है.'

रवि वर्मा की पेंटिंग्स को भारत की विरासत के रूप में पूर विश्व को NFT संस्करण में उपलब्ध कराया जाएगा. NFT यानी नॉन-फंजिबल टोकन एक तरह से डिजिटल संपत्ति या टोकन होता है जिन्हें पेंटिंग, एलबम, कार्ड्स आदि के लिए असाइन किया जाता है. इन डिजिटल संपत्तियों को क्रिप्टोकरेंसी के जरिए खरीदा और बेचा जा सकता है. 

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