समुद्र में डूबने से मारे गए सीरिया के एक बच्चे के पिता ने आज वापस सीरिया लौटकर अपने पूरे परिवार को सुपुर्दे खाक कर दिया जबकि यूरोपीय संघ के सदस्य देशों के विदेश मंत्री शरणार्थी संकट को खत्म करने की दिशा में अपने शरण देने संबंधी बाध्यकारी कोटे को लेकर मतभेदों को दूर करने की कोशिश में लगे हुए हैं.
समुद्र तट पर पड़े तीन साल के ऐलान कुर्दी के शव ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रखा दिया है. ब्रिटेन ने कहा कि वह सीरियाई सीमा पर स्थित शरणार्थी शिविरों से हजारों और लोगों को अपने यहां शरण देगा. ऐलान के निर्जीव शरीर की तस्वीरों ने विभिन्न देशों के नेताओं पर कार्रवाई का दबाव बढ़ा दिया है.
ऐलान के पिता ने बताया कि उसका परिवार नाव पर सवार था और जब समुद्र में नाव डूबी तब ऐलान और उसका एक और बेटा गालिब उसकी हाथों से फिसल गए. उसकी पत्नी की भी डूबने से मौत हो गई. वह आज अपनी पत्नी और बच्चों के शवों के साथ सीरिया के सीमावर्ती शहर कोबाने लौटे.
उन्होंने कहा, 'अपने बच्चों को खोने वाले पिता के तौर पर मैं इस दुनिया से अपने लिए कुछ नहीं चाहता. मैं केवल इतना चाहता हूं कि सीरिया का संकट तत्काल खत्म हो जाए.' शरणार्थी मुद्दे पर विभाजित यूरोप द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से इस सबसे गंभीर शरणार्थी संकट का सामना कर रहा है और इससे निपटने को लेकर अपने प्रति बढ़ती अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं का सामना कर रहा है.
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त एंटोनियो गुटेरेस ने यूरोपीय संघ को आगाह किया है कि वह नन्हे ऐलान की मौत के बाद ‘निर्णायक पल’ का सामना कर रहा है. उन्होंने यूरोपीय देशों से 2,00,000 शरणार्थियों के अनिवार्य पुनर्वास की अपील भी की.
-इनपुट भाषा