अमेरिकी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की रेस में तेजी से आगे बढ़ रहे रिपब्लिकन दावेदार डोनाल्ड ट्रंप से उनकी ही पार्टी के लोग डरने लगे हैं. राष्ट्रपति पद की दौड़ में अभी तक ट्रंप को जो बाहर मानते थे, उनके लिए चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं. उन्हें अब ट्रंप राष्ट्रपति पद के लिए प्रबल रिपब्लिकन दावेदार लग रहे हैं.
बीते कुछ दिनों में डोनाल्ड ट्रंप भले ही मजाक का विषय भी रहे हों लेकिन उनके बढ़ते प्रभाव को कोई भी नजरअंदाज नहीं कर सकता. उन्होंने लगातार तीन प्राइमरी चुनाव अपने नाम किए हैं. न्यू हैंपशायर, साउथ कैरोलिना और फिर नेवादा में उन्होंने जीत हासिल की है. अगले हफ्ते यूएस के दक्षिणी हिस्सों में होने वाले प्राइमरी चुनावों में अगर ट्रंप जीत जाते हैं तो वे राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए सबसे आगे होंगे.
पार्टी के अन्य सदस्यों का मानना है कि अगर रिपब्लिकन को अपनी छवि बनाए रखनी है तो उसके लिए ट्रंप का राष्ट्रपति चुनाव से बाहर होना जरूरी है. ट्रंप को उनके विवादास्पद बयानों के लिए जाना जाता है. पार्टी के अन्य नेताओं का कहना है कि अगर ट्रंप जीतते हैं तो वे टैक्स में बढ़ोतरी करेंगे, अमेरिका के व्यापार समझौते में बदलाव करेंगे. इन सबसे पार्टी की छवि को नुकसान पहुंच सकता है.
साउथ कैरोलिना से रिपब्लिकन सीनेटर फ्लेक और ग्राहम का कहना है कि अगर ट्रंप राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार बने तो पार्टी नवंबर में होने वाले चुनावों में डेमोक्रेटिक से बुरी तरह हार जाएगी.