बांग्लादेश दौरे पर 1971 युद्ध के संदर्भ में दिए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर पाकिस्तान की पंजाब असेम्बली में प्रस्ताव पेश किया गया है. असेम्बली में विपक्ष के नेता मेहमदूर रशीद ने यह प्रस्ताव पेश किया.
पड़ोसी देश की धरती पर 1971 की लड़ाई में भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के 90, 000 सैनिकों को बंदी बनाने का जिक्र करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा था, 'अगर हमारी मानसिकता द्वेष की रही होती तो हमें नहीं मालूम उस समय क्या निर्णय लिया गया होता.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इसी बयान के संदर्भ में पाकिस्तान की पंजाब असेम्बली में प्रस्ताव पेश किया गया है.
प्रस्ताव में सरकार से तुरंत ऑल पार्टी कॉन्फ्रेंस बुलाने के लिए कहा गया है. साथ ही भारतीय प्रधानमंत्री के बयान के संदर्भ में एक्शन लेने को कहा गया है.
बुधवार को प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय और यूनाइटेड नेशंस से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का नोटिस लेने को कहा था.
सीनेट को संबोधित करते हुए अजीज ने कहा कि ऐसे बयान दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध बनाने की भारत की मंशा के ऊपर सवाल खड़ा करते हैं.