पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कहा कि भारत के साथ कश्मीर, सियाचिन एचं सर क्रीक सहित तमाम मुद्दों का समाधान किए बगैर इस क्षेत्र में शांति कायम नहीं हो सकती.
मुशर्रफ ने आंतरिक सुरक्षा और क्षेत्रीय शांति को अपनी पार्टी ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एपीएमएल) की विदेश नीति का दो अहम बिंदु करार देते हुए कहा, ‘कश्मीर सहित भारत के साथ सभी विवादों का समाधान करने से ही शांति आएगी.’ वह आगामी 11 मई को होने वाले संसदीय चुनाव के लिए अपनी पार्टी के घोषणा पत्र को जारी किए जाने के मौके पर बोल रहे थे.
उन्होंने कहा, ‘सियाचिन एवं सर क्रीक के साथ कश्मीर मुद्दे का समाधान किए बगैर कोई शांति संभव नहीं है.’ मुशर्रफ ने कहा कि विश्व समुदाय में पाकिस्तान की जगह और दुनिया में भर में मुसलमानों के उत्थान में इसकी भूमिका एपीएमएल की विदेश नीति के दो अन्य प्रमुख बिंदु हैं.
इस्लामाबाद के बाहरी इलाके चक शहजाद स्थित अपने फार्महाउस पर मुशर्रफ ने कहा, ‘चाहे मध्य एशियाई देश हों, अफगानिस्तान अथवा भारत हो, पाकिस्तान की इजाजत के बगैर व्यापार संबंधी कोई कदम संभव नहीं है. हमें अफगानिस्तान, चीन, ईरान और भारत के साथ संपर्क सुधारना होगा.’ वह करीब चार साल तक स्वनिर्वासन जीवन बिताने के बाद स्वदेश लौटे हैं. 69 साल के मुशर्रफ इस चुनाव में अपनी पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं.
साल 2007 में आपातकाल लगाने को लेकर अपने खिलाफ दर्ज मामलों के बारे में पूछे जाने पर मुशर्रफ ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तान के हित में काम किया था. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अदालत का आदेश होने पर वह जेल जाने को तैयार हैं.
मुशर्रफ ने कहा, ‘यह मेरा यकीन है कि मैंने कुछ भी गलत नही किया है. मैंने ये सभी फैसले पाकिस्तान के लिए किए थे.’