ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा है कि उन्होंने अपनी जिंदगी में नस्लभेद का सामना किया है. ऋषि सुनक का ये बयान तब आया है जब ब्रिटेन का राजघराना नस्लभेदी टिप्पणी को लेकर सुर्खियों में है. इस नस्लभेदी टिप्पणी की वजह से प्रिंस विलियम की 83 साल की गॉडमदर को इस्तीफा देना पड़ गया.
भारतवंशी ऋषि सुनक गुरुवार रात बकिंघम पैलेस में एक नस्लवाद को लेकर पैदा हुए विवाद पर पत्रकारों से बात कर रहे थे. लंदन स्थित बकिंघम पैलेस ब्रिटेन के शाही परिवार का आधिकारिक निवास है.
ब्रिटेन के पीएम से जब शाही महल में हुए इस विवाद पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके लिए शाही महल से जुड़े मुद्दे पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस पर कार्रवाई हो चुकी है. सुनक ने कहा, "शाही महल से संबंधित मामलों पर टिप्पणी करना मेरे लिए सही नहीं होगा, हालांकि जैसा कि हमने देखा है कि उन्होंने स्वीकार किया है कि क्या हुआ है और इसके लिए माफी मांगी है."
इस मामले में ऋषि सुनक से पत्रकारों ने जब जोर देकर पूछा कि वे इस पर क्या सोचते हैं तो ऋषि सुनक ने कहा कि जैसा कि वे पहले भी बता चुके हैं कि उन्होंने भी अपनी जिंदगी में नस्लभेद का अनुभव किया है. लेकिन उन्हें अब ये कहते हुए खुशी हो रही है कि एक बच्चे और एक किशोर के रूप में मैंने जो कुछ महसूस किया था मुझे नहीं लगता है कि अब किसी के साथ भी वैसा होगा क्योंकि नस्लभेद का मुकाबला करने में हमारे देश ने काफी काम किया है.
ऋषि सुनक ने नस्लभेद को जड़ से खत्म करने की जरूरत पर जोर देते हुए आगे कहा, "लेकिन आपका काम कभी खत्म नहीं होता है, और इसीलिए जब भी हम इसे देखते हैं, हमें इसका विरोध करना चाहिए. और, यह सही है कि हम लगातार सबक सीखते हैं और बेहतर भविष्य की ओर बढ़ते हैं."
क्या है बकिंघम पैलेस का विवाद
बकिंघम पैलेस का विवाद ब्रिटेन की पूर्व रानी एलिजाबेथ-II की 82 साल की सहयोगी रहीं लेडी सुजैन हसी से जुड़ा है. लेडी सुजैन हसी प्रिंस विलियम की गॉडमदर थीं. लेकिन इस विवाद के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा गया.
बकिंघम पैलेस में पिछले हफ्ते क्वीन कैमिला ने एक पार्टी दी थी. इस पार्टी के दौरान लेडी हसी ने एक मेहमान अश्वेत महिला से बार बार पूछा की वो अफ्रीका के किस हिस्से से ब्रिटेन आई हैं? इस दौरान लेडी हसी ने इस अश्वेत महिला का परिचय जानने के लिए उनके बालों को भी हटाया. इस अश्वेत महिला का नाम नगोजी फुलानी है. नगोजी लंदन में चैरिटी संस्था सिस्टा स्पेस चलाती हैं.
फुलानी ने तब से लेडी हसी के इस व्यवहार को मर्यादा का उल्लंघन करार दिया है और कहा है कि उनका बाल हटाकर नाम देखना एक तरह से दुर्व्यवहार था.
केंसिंग्टन पैलेस के एक प्रवक्ता ने संवाददाताओं से कहा कि विलियम और केट जो इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं, का मानना है कि ये टिप्पणी अस्वीकार्य है और नस्लवाद का हमारे समाज में कोई स्थान नहीं है.