भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे. ऋषि सुनक को करीब 180 सांसदों का समर्थन मिला, जबकि उनके सामने चुनाव लड़ रहीं पेनी मोरडॉन्ट समर्थन में सिर्फ 26 कंजर्वेटिव सांसद ही जुटा पाईं. समर्थन न जुटा पाने की वजह से पेनी ने अपनी दावेदारी वापस ले ली और ऋषि सुनक चुनाव जीत गए. जीत के बाद ऋषि सुनक कंजर्वेटिव पार्टी के मुख्यालय पहुंचे और लोगों से मुलाकात की.
ऋषि सुनक ने कहा कि वे कंजरवेटिव और यूनियनिस्ट पार्टी के नेता चुने जाने पर सम्मानित महसूस कर रहे हैं. ऋषि सुनक ने आगे कहा कि यह उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा सौभाग्य है कि वे जिस पार्टी से प्यार करते हैं, उसकी सेवा करने और देश की सेवा करने का मौका मिला है.
ऋषि सुनक ने कहा कि लिज ट्रस बतौर प्रधानमंत्री देश को जो सेवा दी है, वह उसके लिए उनका धन्यवाद करते हैं. ऋषि सुनक ने कहा कि लिज ट्रस ने कई बदलावों के बीच भी अपनी सेवा गरिमा के साथ की.
वहीं ब्रिटेन के मनोनित प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि वे ईमानदारी और विनम्रता के साथ ब्रिटेन की जनता की सेवा करेंगे और उनके लिए रात-दिन काम करेंगे. ऋषि सुनक ने कहा कि यही एकमात्र तरीका है, जिससे हम चुनौतियों से जीत सकते हैं और आने वाली पीढ़ी के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं.
ऋषि सुनक ने कहा कि ब्रिटेन एक बड़ा देश है, जो गहन आर्थिक चुनौती का सामना कर रहा है. ऋषि सुनक ने कहा कि ब्रिटेन में अब स्थिरता और एकता की जरूरत है. ऋषि सुनक ने कहा कि वे अपनी पार्टी और देश को एक साथ लाना अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बनाएंगे.
पीएम नरेंद्र मोदी ने दी बधाई
भारतीय मूल के ऋषि सुनक के ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें ट्वीट करते हुए बधाई दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, 'मैं आशा करता हूं कि आपके पीएम बनने के बाद हम वैश्विक मुद्दों और रोडमैप 2030 को लेकर एक साथ काम करें.'
Warmest congratulations @RishiSunak! As you become UK PM, I look forward to working closely together on global issues, and implementing Roadmap 2030. Special Diwali wishes to the 'living bridge' of UK Indians, as we transform our historic ties into a modern partnership.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 24, 2022
ब्रिटेन में पहले बोरिस जॉनसन फिर लिज ट्रस का इस्तीफा
ब्रिटेन की राजनीति पिछले कई महीनों से लगातार करवट ले रही है. इसकी शुरुआत बोरिस जॉनसन के इस्तीफे के साथ हुई. जब बोरिस जॉनसन प्रधानमंत्री नहीं रहे तो पीएम पद के लिए लिज ट्रस और ऋषि सुनक समेत कई नेताओं ने दावेदारी ठोकी. अंत में मुकाबला लिज ट्रस और ऋषि सुनक के बीच हुआ. लिज ट्रस चुनाव जीत गईं और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री बन गईं. हालांकि, 45 दिनों में ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ गया.