संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने कहा है कि वह यह जानकर हैरान हैं कि गाजा में संयुक्त राष्ट्र संचालित स्कूल में रॉकेट रखे गए थे और अब ये ‘गायब हो गए हैं.’ उन्होंने इस तरह की घटनाओं की पूर्ण समीक्षा किए जाने की मांग की.
बान के प्रवक्ता की ओर से जारी बयान में विश्व निकाय द्वारा संचालित स्कूल में हथियार रखे जाने पर महासिचव की ओर से ‘नाराजगी’ व्यक्त की गई. संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि वर्तमान लड़ाई में अब तक दो बार ऐसा हो चुका है.
बयान में कहा गया कि इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोग स्कूलों को संभावित सैन्य लक्ष्यों में तब्दील कर रहे हैं और निर्दोष बच्चों के जीवन को खतरे में डाल रहे हैं.
गाजा में संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कल्याण एजेंसी द्वारा फिलिस्तिनियों के लिए संचालित एक स्कूल में रॉकेट रखे गए थे.
बान के उप प्रवक्ता फरहान हक ने बुधवार शाम एक ई मेल में कहा कि एजेंसी ने नियमों के अनुरूप इन रॉकेटों को स्थानीय अधिकारियों को सौंप दिया. तब से ये लापता हैं.
इस्लामी सैन्य समूह हमास का गाजा पर नियंत्रण है. अमेरिका, इजरायल और यूरोपीय संघ, सभी हमास को आतंकवादी संगठन कहते हैं, लेकिन संयुक्त राष्ट्र ऐसा नहीं कहता.