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हर रोज एक करोड़ रुपये, नेपाल के लिए एक दरियादिल की पेशकश

नेपाल में भूकंप के रूप में आई आपदा 5 हजार से ज्यादा जानें ले चुकी है. दुख की इस घड़ी में पूरी दुनिया अलग-अलग जरियों से मदद पहुंचा रही है. नई दिल्ली स्थित नेपाली दूतावास में भी मदद पहुंचाने वालों की लाइन लगी है.

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Nepal Earthquake
Nepal Earthquake

नेपाल में भूकंप के रूप में आई आपदा 5 हजार से ज्यादा जानें ले चुकी है. दुख की इस घड़ी में पूरी दुनिया अलग-अलग जरियों से मदद पहुंचा रही है. नई दिल्ली स्थित नेपाली दूतावास में भी मदद पहुंचाने वालों की लाइन लगी है.

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इनमें एक शख्स ऐसा भी है जिसने नेपाल में मदद के लिए रोजाना एक करोड़ रुपये देने का वादा किया है. दिल्ली के नेपाली दूतावास पर सहायता मिशन के डिप्टी चीफ कृष्ण प्रसाद धाकल ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में यह दावा किया.

धाकल के पास दुनिया भर से मदद की पेशकश आ रही है. उन्होंने बताया, 'यूएई से एक डिप्लोमेट रेड क्रिसेंट टीम के साथ मेरे पास आया और बोला कि आपको क्या चाहिए, बता दीजिए. हम सब खरीद लेंगे. क्या आप कल्पना कर सकते हैं?.

तरह-तरह से मदद करने पहुंच रहे लोग
दूतावास के दरवाजे के पास एक हेल्प डेस्क है जिसका मकसद भूकंप और इससे जुड़े दूसरे सवालों का जवाब देना है. लेकिन विजिटर्स डायरी के मुताबिक, मंगलवार को जो 20 लोग आए, वे मदद लेने नहीं, करने आए थे.

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दूतावास पर कैश मदद नहीं ली जाती, इसलिए मददगारों को यहां से बैंक भेजा जा रहा है. मददगारों की सूची में दिल्ली साइकिल सोसाइटी शामिल है. कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया ने भी 50 हजार रुपये दान किए हैं. सिपला कंपनी के प्रतिनिधि भी वहां पहुंचे हुए थे.

धाकल ने बताया, 'एक बैंक रिप्रेजेंटेटिव हमारे पास आया और कहा कि वह रोजाना एक करोड़ रुपये देना चाहता है. वे अभी मदद के जरिये पर काम कर रहे हैं.'

सिर्फ बैंक और संस्थाएं ही मदद के लिए नहीं आ रहीं, आम लोग भी योगदान दे रहे हैं. यहां तक कि गरीब लोग भी पानी की बोतलें और बिस्किट के पैकेट पहुंचा रहे हैं. धाकल ने बताया, 'ट्रकों का कारोबार करने वाला एक शख्स आया और उसने कहा कि हम राहत का सामान पहुंचाने के लिए उसके ट्रक इस्तेमाल कर सकते हैं.'

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