अमेरिका में चुनावों की प्रक्रिया खत्म होने के बाद पहली बार रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एवं अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फोन पर बात की, दोनों देशों के बीच संबंध सामान्य करने को लेकर सहमति बनी.
निजी बैठक पर हुई बातचीत
क्रेमलिन ने कहा कि दोनों नेताओं ने एक निजी बैठक के
प्रावधान को लेकर सहमति व्यक्त की हैं. नवनिर्वाचित
अमेरिकी राष्ट्रपति के सत्ता हस्तांतरण दल ने वाशिंगटन
में कहा कि पुतिन ने ऐतिहासिक चुनाव जीतने पर बधाई
देने के लिए ट्रंप को फोन किया था. क्रेमलिन ने कहा कि
पुतिन एवं ट्रंप ने वर्तमान में रूस एवं अमेरिका के संबंधों
की अत्यंत असंतोषजनक स्थिति को रेखांकित किया और
उन्हें सामान्य बनाने के लिए सक्रिय रूप से संयुक्त कार्य
करने की आवश्यकता की घोषणा की.
पुतिन ने ट्रंप को शुभकामनाएं दीं कि उन्हें प्रचार मुहिम के दौरान किए गए वादों को पूरा करने में सफलता मिले और उन्होंने एक दूसरे के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने और समानता एवं आपसी सम्मान के आधार पर नए प्रशासन के साथ साझेदारी की वार्ता शुरू करने की तत्परता व्यक्त की.
आतंकवाद का साथ करेगें सामना
क्रेमलिन ने कहा कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद एवं
अतिवाद के सबसे बड़े शत्रु के साथ संघर्ष में एकजुट होने
की आवश्यकता पर सहमति जताई. उन्होंने कहा कि
दोनों देशों के बीच सीरिया में संकट सुलझाने के मामलों
पर चर्चा हुई.
इस बीच ट्रंप की टीम ने कहा कि दोनों नेताओं ने दोनों देशों के सामने मौजूद खतरों एवं चुनौतियों पर चर्चा की. इसके अलावा दोनों ने आर्थिक मामलों एवं अमेरिका एवं रूस के 200 वर्ष पुराने संबधों पर वार्ता की. वाशिंगटन के बयान में ट्रंप ने पुतिन से कहा कि वह रूस एवं रूस के लोगों के साथ मजबूत एवं स्थायी संबंध स्थापित बनाने के इच्छुक हैं.
पुतिन ने किया था ट्रंप का समर्थन
ट्रंप की जीत के बाद पुतिन ने एक टेलीग्राम के जरिए
बधाई देते हुए अमेरिका एवं रूस के संबंधों को उनकी
खस्ता हालत से बाहर निकालने के लिए और अंतरराष्ट्रीय
एजेंडे के वर्तमान मसलों पर मिलकर काम करने की
उम्मीद जताई. पुतिन ने बाद में कहा कि रूस तैयार है
और वह अमेरिका के साथ पूर्ण रूप से विकसित संबंध
स्थापित करना चाहता है. पुतिन ने चुनाव प्रचार मुहिम
के दौरान ट्रंप को मौन समर्थन दिया था और ट्रंप ने कई
बार रूसी नेता की प्रशंसा की थी और कहा था कि वह
उनके साथ काम करने के इच्छुक हैं.