संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष के लिए आवर्ती पद्धति के तहत रूस ने शुक्रवार को मार्च महीने के लिए अध्यक्ष पद संभाल लिया. रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस अवधि के दौरान अफगानिस्तान में स्थिति बेहतर बनाने को प्राथमिकता दी जाएगी.
सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष की भूमिका में कार्यसूची तय करना, बैठकों की अध्यक्षता करना और किसी संकट की निगरानी करना है. सुरक्षा परिषद के अध्यक्ष का पद अंग्रेजी वर्णमाला के वर्णक्रम के अनुसार सदस्य देशों के बीच मासिक आधार पर बदलता रहता है.
रूसी विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा है, 'रूस की अध्यक्षता के दौरान अफगानिस्तान में स्थिति को प्राथमिकता दी जाएगी, क्योंकि यह देश अपने विकास के जिम्मेदार अवस्था में पहुंच चुका है जहां अफगानिस्तान की जनता को नए प्रयास की दरकार है और संपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी के समर्थन की जरूरत है.'
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव 19 मार्च को अफगानिस्तान पर होने वाली सुरक्षा परिषद की बैठक की अध्यक्षता करेंगे. इस बैठक में अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता अभियान को बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव पारित किया जाएगा.
उल्लेखनीय है कि परिषद में 15 सदस्य होते हैं जिनमें से पांच स्थायी सदस्य हैं- रूस, फ्रांस, ब्रिटेन, अमेरिका और चीन. इसके अलावा संयुक्त राष्ट्र आमसभा 10 सदस्यों को दो सालों के लिए चुनती है.