इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (ICC) की ओर से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी करने के बाद पुतिन के सहयोगी और रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि पुतिन को गिरफ्तार करने की किसी भी कोशिश को रूस के खिलाफ युद्ध की घोषणा माना जाएगा. साथ ही कहा कि रूस किसी भी देश पर बम बरसा सकता है.
रॉयटर्स के मुताबिक रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने रूसी मीडिया को बताया कि आईसीसी के गैर-कानूनी संस्था है, उसे रूस, अमेरिक और चीन जैसे देश मान्यता नहीं देते हैं. क्योंकि इस संस्था ने ऐसा कुछ भी नहीं किया है. पुतिन की सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष मेदवेदेव ने कहा कि पुतिन को हिरासत में लेने का कोई भी प्रयास युद्ध की घोषणा होगी.
मेदवेदेव ने कहा कि अगर गिरफ्तारी का कोई भी कदम उठाया गया तो यह रूसी संघ के खिलाफ युद्ध की घोषणा होगी. उन्होंने टेलीग्राम पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा कि ऐसी स्थिति में हमारी सभी मिसाइलें चुप नहीं बैठेंगी. मेदवेदेव ने कहा कि पश्चिम के साथ हमारे संबंध संभवत: अब तक के सबसे खराब दौर में हैं.
वहीं, रूस की ओऱ से कहा गया है कि आईसीसी का गिरफ्तारी वारंट एक अपमानजनक पक्षपातपूर्ण निर्णय है. रूस के संबंध में तो यह पूरी तरह से अर्थहीन है.
ICC ने पुतिन पर क्या आरोप लगाए?
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने पुतिन पर यूक्रेन में वॉर क्राइम करने का आरोप लगाया है. इसमें कहा गया कि वह यूक्रेनी बच्चों को अवैध तरीके से जबरन रूस लाए हैं.
EU ने क्यों किया यूक्रेन को हथियार देने का समर्थन?
यूरोपीय संघ के नेताओं ने अगले 12 महीनों के भीतर यूक्रेन को 1 मिलियन राउंड आर्टिलरी, गोला-बारूद भेजने की योजना का समर्थन किया है, ताकि यूक्रेन को रूस के आक्रमणों का मुकाबला करने में मदद मिल सके.
रूस को लेकर क्या बोला यूक्रेन?
एजेंसी के मुताबिक यूक्रेन की सेना के कमांडर ने कहा कि हमारी आर्मी जल्द ही एक जवाबी हमला शुरू करेगी, क्योंकि यूक्रेन के पूर्वी शहर बखमुत पर कब्जा न कर पाने से रूस का हमला कमजोर पड़ गया है. यूक्रेन के अधिकारियों ने कहा कि उसकी हवाई सुरक्षा ने ओडेसा क्षेत्र में दागी गई दो क्रूज मिसाइलों को रोक दिया है. इस सप्ताह यह दूसरी बार है जब KH-59 मिसाइलों को ओडेसा क्षेत्र में दागा गया है.
जेलेंस्की ने की थी आईसीसी में शिकायत
राष्ट्रपति पुतिन ने पिछले साल 24 फरवरी को यूक्रेन के खिलाफ जंग का ऐलान किया था. उन्होंने इसे 'सैन्य अभियान' बताया था. इस जंग को लगभग 13 महीने हो चुके हैं और अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की अक्सर पुतिन को 'वॉर क्राइम' के लिए जिम्मेदार ठहराते रहे हैं. जेलेंस्की ने इसकी शिकायत आईसीसी में की थी.
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