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Russia Ukraine News: सुमी समेत यूक्रेन के चार शहरों में पुतिन का युद्धविराम, फंसे भारतीय छात्रों को मिलेगी राहत

Russia Ukraine News: यूक्रेन से जंग के बीच रूस ने चार इलाकों में सीजफायर का ऐलान किया है. इससे भारतीय छात्रों को भी राहत मिलेगी.

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यूक्रेन के सुमी में अभी भी भारतीय छात्र फंसे हैं
यूक्रेन के सुमी में अभी भी भारतीय छात्र फंसे हैं
स्टोरी हाइलाइट्स
  • सुमी शहर में बड़ी संख्या में भारतीय छात्र फंसे हैं
  • भारतीयों को ऑपरेशन गंगा के तहत निकाला जा रहा है

Russia Ukraine News: यूक्रेन से जंग के बीच रूस ने चार इलाकों में सीजफायर का ऐलान किया है. इससे भारतीय छात्रों को भी राहत मिलेगी. यूक्रेन के जिन चार इलाकों में रूस ने सीजफायर का ऐलान किया है उसमें राजधानी कीव के साथ-साथ मारियूपोल, खारकीव और सुमी शामिल है.

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रूस की तरफ से यह वक्त वहां फंसे लोगों को निकालने के लिए दिया गया है. बता दें कि यूक्रेन के सुमी में अभी बड़ी संख्या में भारतीय छात्र फंसे हुए हैं, जिनको निकालने में अब आसानी होगी. हालांकि, रूस पहले भी सीजफायर की बात कर चुका है, लेकिन तब इस सीजफायर का उल्लंघन भी हुआ था.

यह भी पढ़ें - 'न माफ करेंगे और न ही भूलेंगे...चुन-चुनकर कब्र तक पहुंचाएंगे', रूस पर भड़के यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की

रूस की तरफ से युद्धविराम का फैसला अहम वक्त पर आया है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ-साथ यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की से भी बात करेंगे. दोनों से पीएम मोदी अलग-अलग बात करेंगे. जानकारी के मुताबिक, बातचीत का मुख्य एजेंडा यूक्रेन में फंसे भारतीय लोगों को सुरक्षित निकालना है. बता दें कि खारकीव में रूसी बमबारी में एक भारतीय छात्र (नवीन) की मौत हो गई थी.

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मोटे-मोटे अनुमान के मुताबिक, सुमी में 600 से ज्यादा भारतीय अभी भी फंसे हैं. बीते 10 दिनों से ये छात्र डर के साये में जी रहे हैं क्योंकि सुमी में भी रूसी सेना की बमबारी जारी है.

भारतीयों को यूक्रेन से निकालने के लिए मोदी सरकार ऑपरेशन गंगा चला रही है. रविवार को मिले आंकड़े के मुताबिक, अबतक ऑपरेशन गंगा के तहत 76 फ्लाइट्स भेजी गई हैं, जिसमें 15,920 भारतीयों को यूक्रेन से लाया गया. भारतीयों को पोलैंड में Rzeszow, बुडापेस्ट और सुसेवा (रोमानिया) से निकाला जा रहा है.

युद्ध के शुरुआती दिनों में अनुमान था कि यूक्रेन में करीब 20 हजार भारतीय छात्र और नागरिक मौजूद हैं. लेकिन रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान पता चला कि इनकी संख्या और ज्यादा है. फरवरी के आखिरी हफ्ते तक 21 हजार भारतीय यूक्रेन से निकल गए थे. इसमें 19,920 वे लोग भी शामिल थे जो भारत लौटे थे.

 

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