scorecardresearch
 

यूक्रेन युद्ध का एक साल, रूस को FATF से लगा जोरदार झटका

पेरिस में एफएटीएफ अधिवेशन के बाद जारी बयान में कहा गया कि यूक्रेन पर रूस की कार्रवाई अवैध और बिना किसी उकसावे वाली है. एफएटीएफ का कहना है कि हम यूक्रेन के लोगों के प्रति सहानुभूति रखते हैं और रूस के इस क्रूर हमले की वजह से हुए भारी नुकसान की निंदा करना जारी रखेंगे. 

Advertisement
X
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन

यूक्रेन युद्ध को आज एक साल पूरा हो गया है. इस मौके पर रूस को तगड़ा झटका लगा है और उसे फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की सदस्यता से बाहर कर दिया गया है. एफएटीएफ ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए रूस को बाहर का रास्ता दिखाया है. 

Advertisement

एफएटीएफ का कहना है कि रूस की यह सैन्य कार्रवाई उनके मूलभूत सिद्धांतों के विपरीत है. पेरिस में एफएटीएफ अधिवेशन के बाद जारी बयान में कहा गया कि यूक्रेन पर रूस की कार्रवाई अवैध और बिना किसी उकसावे वाली है. हम यूक्रेन के लोगों के प्रति सहानुभूति रखते हैं और रूस के इस क्रूर हमले की वजह से हुए भारी नुकसान की निंदा करना जारी रखेंगे. 

एफएटीएफ ने कहा कि बीते एक साल में रूस ने यूक्रेन को निशाना बनाकर किए जा रहे हमलों को तेज कर दिया है. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं. रूस के हमले के कारण अन्य देशों को भी इसका खामियाजा उठाना पड़ रहा है. इसके बावजूद भी रूस अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. ऐसे में रूस को चिंतन करने की जरूरत है. 

बयान में कहा गया कि इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए एफएटीएफ ने रूस की सदस्यता को रद्द करने का फैसला किया है. रूस एफएटीएफ मानकों को लागू करने के अपने दायित्वों के लिए जवाबदेह है. रूस को अपने वित्तीय दायित्वों को पूरा करना जारी रखना होगा. हालांकि, वह मनी लॉन्ड्रिंग पर यूरेशियन ग्रुप' (EAG) के सक्रिय सदस्य के तौर पर ग्लोबल नेटवर्क का सदस्य बना रहेगा और अपने अधिकारों को बनाए रखेगा.

Advertisement

एफएटीएफ ने यह भी कि वह मौजूदा स्थिति पर नजर रखेगा और हरेक बैठक में विचार करेगा कि क्या इन प्रतिबंधों को हटाने या संशोधित किया जा सकता है या नहीं.

वहीं, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), तुर्की, जॉर्डन, दक्षिण अफ्रीका सहित 20 अन्य देशों को एफएटीएफ की निगरानी सूची में रखा है, जिसके तहत उन पर नजर रखी जाएगी.

Advertisement
Advertisement