रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध फिलहाल खत्म होता नहीं दिख रहा है. यूक्रेन पर रूसी हमले का आज 16वां दिन है. संयुक्त राष्ट्र का दावा है कि जंग के चलते अब तक 25 लाख लोग यूक्रेन छोड़कर जा चुके हैं. इसी बीच खबर है कि कीव पर कब्जे के लिए रूस अब स्वयंसेवी लड़ाकों को उतारने की योजना बना रहा है. खबर है कि सीरिया में आईएसआईएस के खिलाफ इस्तेमाल किए गए लड़ाकों को अब यूक्रेनी सैनिकों से भिड़ने उतारा जाएगा.
यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रमुख मिखाइल पोडोलीक (Mikhail Podolyak) ने 16000 पूर्व आईएसआईएस लड़ाकों को यूक्रेनी नागरिकों के खिलाफ उतारने को रूस का उतावलापन करार दिया है. पोडोलीक के अनुसार, रूस के मंत्री शोइगू समेत रूसी अधिकारियों का आईएसआईएस को नियुक्त करना और रासायनिक हथियारों के बारे में फर्जी प्रचार करना इस बात का दावा करता है कि यूक्रेन में रूस अब सीरिया जैसे हालात पैदा करने की कोशिश कर रहा है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आतंकी संगठन आईएसआईएस के खिलाफ सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद का साथ दिया था. पुतिन ने जिहादी संगठन के खात्मे के लिए बेहद ही ट्रेंड लड़ाके उतारे थे, अब इन्हीं का इस्तेमाल यूक्रेन की राजधानी कीव के रास्ते खोलने के लिए किया जाएगा.
फिलहाल यूक्रेनियों के हौसले और साहस ने पुतिन की सेना को राजधानी कीव से 30 किमी की दूरी पर रोक रखा है. विदित हो कि खारकीव के बाद कीव ही यूक्रेन का वह अहम शहर है, जिस पर कब्जा होते ही यूक्रेन की कमान रूस के हाथों में चली जाएगी.
यूक्रेनी सरकार लगातार दावे कर रही है कि उसके सैनिकों ने हमलावर रूस के 12 हजार से ज्यादा जवानों को मार गिराया है. इसके अलावा 57 रूसी प्लेन, 353 टैंक, 83 हेलिकॉप्टरों को भी नष्ट करने का दावा है. इसके अलावा 125 तोप, 1165 सैन्य वाहनों को भी क्षतिग्रस्त करने की बात कही गई है.