रूस-यूक्रेन युद्ध अब ऐसी स्थिति में पहुंच गया है, जहां यह कयास लगाए जा रहे हैं कि रूस कभी भी परमाणु हमला कर सकता है. रूस समय-समय पर परमाणु हमले की धमकी देता रहा है. ऐसे में यूक्रेन सहित दुनियाभर में खलबली मच गई है.
आलम यह है कि यू्क्रेन ही नहीं बल्कि दुनियाभर में बंकर्स की मांग बढ़ गई है. अपनी सुरक्षा के लिए एक तरफ जहां लोग बंकर्स बनाने की तैयारियां कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से बचने के लिए राशन जुटाना भी शुरू किया जा रहा है.
यूक्रेन सहित दुनियाभर में बंकर्स की मांग बढ़ी
हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साफ किया कि वह यूक्रेन के खिलाफ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है. इसके बाद अपनी सुरक्षा के लिए यूक्रेन में लोगों ने बंकर बनाने शुरू कर दिए हैं, तेजी से सैन्य ग्रेड के बंकर बनाए जा रहे हैं. अगर रूस परमाणु हमला करता है तो 1945 में जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर अमेरिका के परमाणु हमले के बाद पहली बार होगा कि परमाणु बम का इस्तेमाल किया जाएगा.
परमाणु हमले की संभावनाओं पर अमेरिका सरकार ने स्पष्ट किया है कि अगर रूस ऐसा करता है तो उसे इसका खामियाजा भुगतना होगा.
रिपोर्ट के मुताबिक, परमाणु हमले को लेकर खौफ का आलम यह है कि फ्रांस के एक बंकर निर्माता का कहना है कि यूक्रेन युद्ध से पहले उनके पास बंकर्स के लिए एक भी क्लाइंट नहीं था लेकिन अब बड़ी संख्या में बंकर्स बनवाने की मांग बढ़ी है.
यूक्रेनी खाना स्टोर करने में जुटे
रूस, यूक्रेन युद्ध शुरू हुए आठ महीने से अधिक समय हो गया है. खाद्यान्नों की कमी से जूझ रहे यूक्रेन में लोगों ने परमाणु हमले के खतरे को देखते हुए खाना स्टोर करना शुरू कर दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूक्रेनी कई महीनों का खाना स्टोर कर रहे हैं. स्थिति यह बन गई है कि कीव और आसपास के कई शहरों में फूड स्टोर्स लगभग खाली हो गए हैं. रिटेल फूड चेन के आसपास अच्छी खासी भीड़ देखने को मिल रही है.
आठ सितंबर को क्रीमिया को रूस से जोड़ने वाले ब्रिज पर हमले के बाद से मॉस्को आक्रामक हो गया है. रूस ने इस ब्रिज पर हमले का बदला लेते हुए यूक्रेन की राजधानी कीव सहित उसके कई शहरों पर ताबततोड़ मिसाइलें दागी. यूक्रेन के अनुसार रूस ने 24 घंटे में 75 मिसाइलें दागी, जिसमें से 41 मिसाइलों को उसने मार गिराया.
इससे पहले यूक्रेन के चार इलाकों को रूस में मिलाए जाने के बाद यूक्रेन की सेना ने नए जोश के साथ अपने इलाकों को एक-एक कर वापस हासिल करना शुरू कर दिया था. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने दावा किया था कि उनकी सेनाओं ने खेरसन में तीन और इलाकों को आजाद करा लिया था. खेरसन के कई इलाकों में यूक्रेन की सेना ने बढ़त बना ली थी. दोनेत्सक में भी यूक्रेन की फौज ने रूस को पूर्व की ओर बाहर धकेल दिया.