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Russia-Ukraine War: पुतिन ने न्यूक्लियर फोर्स को किया हाई अलर्ट, जेलेंस्की अब रूस से बातचीत को तैयार... पल-पल बदल रहे हालात

यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध के बीच हालात पल-पल बदल रहे हैं. रूस ने परमाणु डेटरेंट फोर्स को अलर्ट कर दिया है, वहीं दोनों देशों के प्रतिनिधि बातचीत की टेबल पर भी आते नजर आ रहे हैं.

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यूक्रेन में जंग जारी (फोटोः पीटीआई)
यूक्रेन में जंग जारी (फोटोः पीटीआई)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रूस के अलर्ट के बाद परमाणु निगरानी एजेंसी ने बुलाई बैठक
  • अमेरिका ने कहा- रूस का परमाणु हाई अलर्ट अस्वीकार्य

यूक्रेन और रूस के बीच जारी जंग के बीच हालात पल-पल बदल रहे हैं. रूस ने परमाणु डेटरेंट फोर्स को हाई अलर्ट पर रहने के आदेश दे दिए हैं. बुधवार को परमाणु निगरानी एजेंसी बैठक करेगी, जिसमें 35 देशों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में रूस के इस कदम को अस्वीकार्य बताया है. अमेरिका ने कहा है कि वो यूक्रेन में रूसी सैन्य कार्रवाई को रोकने के प्रयास जारी रखेगा. इन सबके बीच यूक्रेन और रूस बातचीत की टेबल पर भी आ गए हैं.

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रूस और यूक्रेन के डेलिगेशन बातचीत के लिए तय स्थान पर पहुंचने लगे हैं. हालांकि, अभी बातचीत शुरू नहीं हुई है. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने रविवार को बेलारूस के राष्ट्रपति से फोन पर बात की. जेलेंस्की ने बेलारूस के राष्ट्रपति से बातचीत की पुष्टि करते हुए कहा कि वे रूस के साथ बिना शर्त बातचीत के लिए तैयार हैं. जेलेंस्की ने साथ ही ये भी साफ किया था कि ये बातचीत बेलारूस में नहीं होगी. हम बेलारूस के बॉर्डर पर बातचीत के लिए तैयार हैं.

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जेलेंस्की ने वीडियो जारी कर कहा कि बेलारूस के राष्ट्रपति ने जिम्मेदारी ली है. जेलेंस्की की ओर से ये बयान आया तो उसके कुछ ही देर बाद रूस की ओर से ये कहा गया कि बातचीत के लिए हमले नहीं रोकेंगे. रूस के राष्ट्रपति ने रक्षा मंत्रालय को ये आदेश भी दे दिए हैं कि परमाणु डेटरेंट फोर्स को हाई अलर्ट पर रखा जाए.

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रूसी मीडिया के मुताबिक रूस ने यूक्रेन पर रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने का आरोप भी लगाया है. रूसी मीडिया के मुताबिक कीव के बाहर यूक्रेनी सेना ने फास्फोरस वाले हथियारों का इस्तेमाल किया है. इससे पहले यूक्रेन की ओर से खारकीव शहर पर फिर से कब्जा कर लेने का दावा किया गया. खारकीव के गवर्नर ने ये दावा किया था कि खारकीव शहर पर यूक्रेनी सेना ने फिर से कब्जा कर लिया है.

जर्मनी में यूक्रेन के समर्थन में सड़क पर उतरे लोग 

जर्मनी की राजधानी बर्लिन में यूक्रेन के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए करीब एक लाख लोग सड़क पर उतर आए. जर्मनी पुलिस के मुताबिक राजधानी बर्लिन में प्रदर्शनकारी यूक्रेन के साथ एकजुटता प्रदर्शित करते हुए नीले और पीले रंग के कपड़े पहने थे. ये यूक्रेन के राष्ट्रीय ध्वज का रंग है.

काला सागर में सीमित होगा रूसी नौसेना का मार्ग?

टर्की ने एक दिन पहले ही काला सागर में रूसी युद्धपोत का रास्ता रोक दिया था. टर्की ने यूक्रेन में रूस की कार्रवाई को युद्ध बताया है. टर्की ने कहा कि नाटो के सदस्य देशों के लिए युद्ध की स्थिति में एक समझौते के मुताबिक काला सागर में रूसी नौसेना का मार्ग सीमित किया जा सकता है. गौरतलब है कि 1936 के Montreux कन्वेंशन के तहत भूमध्य सागर और काला सागर को जोड़ने वाले डार्डानेल्स और बोस्फोरस जलडमरूमध्य पर टर्की नियंत्रण है. उसे ये भी अधिकार है कि युद्ध के दौरान खतरे की स्थिति में वो युद्धपोत का मार्ग सीमित कर सकता है.

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यूक्रेन की सैन्य मदद पर चर्चा कर रहा यूरोपीय संघ

यूरोपीय संघ की ओर से ये कहा गया है कि रूसी आक्रमण के खिलाफ लड़ रही यूक्रेनी सेना की मदद करने के तरीके पर चर्चा की जा रही है. यूरोपीय संघ की विदेश नीति के प्रमुख जे बोरेल की अध्यक्षता में इसे लेकर इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई है. समाचार एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक बोरेल ने कहा है कि वे मंत्रियों से यूक्रेनी सशस्त्र बलों के लिए आपातकालीन सहायता पैकेज का समर्थन करने की अपील करेंगे. जर्मनी ने भी यूक्रेन को हथियार और अन्य वस्तुओं की आपूर्ति को लेकर अपनी नीति में बड़े बदलाव का ऐलान कर दिया है.

 

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