यूक्रेन और रूस के बीच चल रही जंग अब लंबी होती जा रही है. पिछले कुछ दिनों से रूस आक्रामक रुख अपनाते हुए यूक्रेन पर लगातार हमला कर रहा है. रूसी हमलों के बीच यूक्रेन नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) में शामिल होने की कोशिश कर रहा है. ऐसे में यूक्रेन के NATO में शामिल होने को लेकर रूस ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. रूस ने इसे यूक्रेन का एक प्रोपेगेंडा बताते हुए इस बार सीधा तीसरे विश्व युद्ध की धमकी दे डाली है.
रूस इससे पहले परमाणु हथियार इस्तेमाल करने को लेकर भी कई बार बयान जारी कर चुका है, तभी से ही तीसरे विश्व युद्ध की आशंका जताई जा रही है. इस बार तो रूस ने तीसरे विश्व युद्ध की धमकी देकर एक गंभीर स्थिति पैदा कर दी है. जब से इन दोनों देशों में जंग छिड़ी है, ऐसा पहली बार हुआ है, जब रूस की ओर से सीधा तीसरे विश्व युद्ध की धमकी दी गई हो.
रूसी सिक्योरिटी काउंसिल के डिप्टी सेक्रेटरी अलेक्जेंडर वेनेडिकतोव ने कहा कि यूक्रेन जानता है कि अगर वह नाटो में शामिल हुआ तो ये इस युद्ध को तीसरे विश्व युद्ध में तब्दील कर देगा. पुतिन के करीबी कहे जाने वाले अलेक्जेंडर वेनेडिकतोव ने कहा कि इस तरह का कदम उठाने का अंजाम खुद नाटो सदस्य भी समझते हैं. रूस की ओर से यह चेतावनी उस समय पर आई है, जब यूक्रेन के कई इलाकों में रूस लगातार हमला कर रहा है.
तीसरे विश्व युद्ध पर फ्रांस के राष्ट्रपति का बयान
रूस की तीसरे विश्व युद्ध की धमकी को लेकर फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. मैक्रों ने कहा है कि हम विश्व युद्ध नहीं चाहते हैं. मैक्रों ने कहा कि हम यूक्रेन की संप्रभुता बचाने में मदद कर रहे हैं, लेकिन कभी रूस पर हमला नहीं करेंगे.
इमैनुएल मैक्रों ने आगे कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन को अब इस युद्ध को रोक देना चाहिए. साथ ही यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए.
जल्द से जल्द नाटो सदस्य बनना चाहता है यूक्रेन
30 सितंबर को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने नाटो सदस्य बनने की प्रक्रिया को तेज करने की मांग की थी. दरअसल, रूस यूक्रेन के 18 फीसदी हिस्से पर अवैध कब्जा कर चुका है, ऐसे में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा था कि यूक्रेन को जल्द से जल्द नाटो का सदस्य बना दिया जाए.
क्या छिड़ सकता है विश्व युद्ध ? कई बड़े नेता भी दे चुके हैं बयान
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कई बार परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की चेतावनी दे चुके हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी इन धमकियों को हल्के में ना लिया जाए. परमाणु हथियारों की धमकी पर अमेरिका भी चुप नहीं बैठा और रूस को लेकर तीखे बयान दिए थे.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूस की परमाणु धमकी को लेकर कहा था कि साल 1962 में हुए क्यूबा मिसाइल अटैक के बाद यह पहली बार है, जब दुनिया परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के सबसे बड़े खतरे का सामना कर रही है.
वहीं, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी परमाणु हथियारों से होने वाले खतरों को लेकर दुनिया को चेताया था. परमाणु युद्ध को लेकर ट्रंप ने कहा था कि अगर ऐसा हुआ तो दुनिया में कुछ नहीं बचेगा, और यह सब कुछ उन अहंकारी लोगों की वजह से होगा, जिन्हें खुद नहीं पता वे क्या कर रहे हैं.
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को रोकने के लिए तुरंत शांति की अपील करनी चाहिए, नहीं तो यह जंग तीसरे विश्व युद्ध के साथ खत्म होगी और दुनिया में कुछ नहीं बचेगा.