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भारत के कसीदे...दो दिन में दो बार पुतिन ने वर्ल्ड ऑर्डर में बड़े बदलावों की वकालत की

व्लादिमीर पुतिन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए खुलकर समर्थन जताया. पुतिन ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत हर दिन मजबूत होता जा रहा है. उन्होंने कहा, भारत सरकार बिना किसी दबाव और झुकाव के काम कर रही है.

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व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी (फाइल फोटो)
व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी (फाइल फोटो)

भारत और रूस की दोस्ती दशकों पुरानी है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई ऐसी घटनाएं हुई हैं, जब दुनिया की परवाह किए बिना रूस ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत का साथ देकर दोस्ती निभाई हो. अब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और भारत के पीएम नरेंद्र मोदी इस दोस्ती को आगे बढ़ा रहे हैं. पुतिन ने पिछले दो दिन में भारत और उसकी नीतियों की जमकर तारीफ की है. इतना ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की वकालत की है. इसके इतर पुतिन ने कनाडा की संसद में नाजियों के सम्मान को लेकर ट्रूडो सरकार की आलोचना की है. पुतिन ने का ये बयान ऐसे वक्त पर आया, जब भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकी की हत्या को लेकर तनाव चल रहा है.

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पुतिन ने कब कब पढ़े भारत के कसीदे?

व्लादिमीर पुतिन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए खुलकर समर्थन जताया. राष्ट्रपति पुतिन ने कहा है कि भारत यूएनएसी का स्थायी सदस्य होना चाहिए. इसका वह हकदार है. उन्होंने कहा,  सुरक्षा परिषद में सुधार की जरूरत है. ऐसे में उन देशों को भी मौका मिले, जो अपनी मजबूत आर्थिक विकास के बल पर आगे बढ़ रहे हैं. 

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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने लगातार हो रहे भारत के मजबूत आर्थिक विकास की भी सराहना की है. उन्होंने कहा, पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत हर दिन मजबूत होता जा रहा है. उन्होंने कहा, 1.5 अरब की आबादी, 7 फीसदी से अधिक आर्थिक विकास... भारत एक ताकतवर देश है. 

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रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर ने भारत का जिक्र कर पश्चिमी देशों पर निशाना साधा.  उन्होंने कहा कि यह हर उस देश को दुश्मन के रूप में पेश कर रहे हैं, जो आंख बंद करके इनके पीछे-पीछे चलने के लिए तैयार नहीं हैं. एक समय पर इन्होंने भारत के साथ भी ऐसा करने की कोशिश की थी. पुतिन ने आगे कहा कि हम सब समझते हैं. एशिया में हालात को हम देख और महसूस कर रहे हैं. सब पूरी तरह साफ है.

पीएम नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि भारतीय नेतृत्व स्व-निर्देशित है, यानी बिना किसी दबाव और झुकाव के काम कर रही है. भारतीय नेतृत्व राष्ट्रीय हितों को साथ लेकर आगे बढ़ रहा है. इसलिए उनकी ( पश्चिमी देश ) कोशिशों का कोई मतलब नहीं बनता है. लेकिन वो फिर भी कोशिश कर रहे हैं. वो अरब देशों को भी दुश्मन की तरह पेश करने की कोशिश कर रहे हैं.

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पुतिन ने जी 20 समिट को पीएम मोदी की सफलता बताया. पुतिन ने एक क्लब में कहा कि दिल्ली में हुई बैठक सफल रही क्योंकि पीएम मोदी ने बैठक में लिए गए फैसलों का राजनीतीकरण नहीं होने दिया.

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एक दिन पहले ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक कार्यक्रम में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की थी. पुतिन ने पीएम नरेंद्र मोदी को बुद्धिमान व्यक्ति बताया. पुतिन ने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विकास में काफी अच्छी प्रगति कर रहा है. हमारा पीएम मोदी के साथ अच्छा रिश्ता है. भारत की तरक्की दोनों देशों के हित में है. 

पिछले महीने भी पुतिन ने पीएम मोदी की तारीफ की थी. तब उन्होंने कहा था कि मोदी 'मेक इन इंडिया' को बढ़ावा देकर अच्छा कर रहे हैं. उन्होंने कहा था, पीएम मोदी रूस के गहरे दोस्त हैं उन्होंने कुछ सालों पहले मेक इन इंडिया योजना को लागू किया था. इसका अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ा. भले ही यह हमारी योजना नहीं है लेकिन हमारे दोस्त की है. 

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कनाडा को लगाई फटकार

पुतिन ने पूर्व नाजी सैनिक का संसद में सम्मान करने को लेकर कनाडा की कड़ी आलोचना की है. पुतिन ने कनाडा के इस कदम को घिनौना करार दिया. दरअसल, पिछले महीने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की कनाडा पहुंचे थे.इस दौरान द्वितीय विश्व युद्ध में एडॉल्फ हिटलर की ओर से लड़ने वाले नाजी सैनिक यारोस्लाव हुंका को बुलाया गया था. कनाडा के स्पीकर एंथनी रोटा ने हुंका को असली हीरो बताया था. इसके बाद कनाडाई सांसदों ने खड़े होकर तालियां बजाकर नाजी सैनिक का स्वागत किया था. तमाम देशों ने इसे लेकर ट्रूडो सरकार की आलोचना की है. विवाद बढ़ने के बाद स्पीकर को इस्तीफा भी देना पड़ा था.

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