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चीन से तनाव के बीच साथ आया रूस, किया UNSC में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन

सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए रूस ने फिर से भारत का समर्थन किया है. रूस के विदेश मंत्री का यह बयान उस समय आया है जब भारत और चीन के बीच सीमा पर खासा तनाव बना हुआ है. दोनों के बीच सीमा पर तनाव कम करने की कोशिशें लगातार जारी हैं.

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सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत को मिला रूस का समर्थन (फाइल-पीटीआई)
सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत को मिला रूस का समर्थन (फाइल-पीटीआई)

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  • भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करते हैंः रूसी विदेश मंत्री
  • स्थायी सदस्यता के लिए ऑस्ट्रेलिया ने भी किया समर्थन

चीन के साथ सीमा पर बने तनाव के बीच रूस ने एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में स्थायी सदस्यता के लिए भारत का समर्थन किया है. रूस ने सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की उम्मीदवारी का समर्थन किया है.

रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत का समर्थन किया है. रूस पहले भी सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत का समर्थन कर चुका है. रूस के विदेश मंत्री का यह बयान उस समय आया है जब भारत और चीन के बीच सीमा पर खासा तनाव बना हुआ है. दोनों के बीच सीमा पर तनाव कम करने की कोशिशें लगातार जारी हैं.

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भारत एक मजबूत उम्मीदवारः लावरोव

रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि आज हमने संयुक्त राष्ट्र के संभावित सुधारों की बात की और भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य बनने के लिए एक मजबूत उम्मीदवार है और हम भारत की उम्मीदवारी का समर्थन करते हैं. हमारा मानना ​​है कि भारत सुरक्षा परिषद का पूर्ण सदस्य बन सकता है.

उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि भारत और चीन को बाहर से कोई मदद चाहिए. मुझे नहीं लगता कि उन्हें मदद करने की आवश्यकता है, खासकर जब मामला देश के मुद्दों से जुड़ा हो. वे उन्हें अपने दम पर हल कर सकते हैं, इसका मतलब है कि हाल के मुद्दे.

आरआईसी के विदेश मंत्रियों की बैठक में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि नई दिल्ली और बीजिंग ने शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है. उन्होंने रक्षा अधिकारियों, विदेश मंत्रियों के स्तर पर बैठकें शुरू कीं और दोनों पक्षों में से किसी ने भी ऐसा कोई बयान नहीं दिया जिससे यह संकेत मिले कि उनमें से कोई भी गैर-कूटनीतिक समाधान चाहेगा. इस बैठक में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर भी शामिल हुए.

ऑस्ट्रेलिया का भी समर्थन

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में भारत की स्थायी सदस्यता की दावेदारी का ऑस्ट्रेलिया ने पिछले हफ्ते फिर से समर्थन किया था. ऑस्ट्रेलियाई हाई कमिश्नर बैरी ओ फैरेल ने कहा, 'हम संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता की दावेदारी का लंबे समय से समर्थन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की कार्यकारी परिषद के अध्यक्ष के रूप में भारत की स्थिति को अहम और सरकात्मक रूप में देखते हैं. हालांकि हमारी भी साझा चिंताएं हैं.

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भारत अभी अस्थायी सदस्य

फिलहाल भारत पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में 8वीं बार अस्थायी सदस्य के रूप में चुना गया है. पिछले हफ्ते हुए चुनाव में 192 वोटों में से भारत के पक्ष में 184 वोट पड़े.

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संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस त्रिमूर्ति ने अपने ट्विटर हैंडल से इस बात की जानकारी देते हुए लिखा कि सदस्य देशों ने भारत को भारी समर्थन देते हुए 2021-22 तक के लिए यूएनएससी का अस्थायी सदस्य चुना है. भारत को 192 में से 184 वोट मिले.

इससे पहले, भारत को 1950-1951, 1967-1968, 1972-1973, 1977-1978, 1984-1985, 1991-1992 और इससे पहले आखिरी बार 2011-2012 में सुरक्षा परिषद के गैर-स्थायी सदस्य के रूप में चुना गया था.

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