Russia Ukraine War: रूस औऱ यूक्रेन की जंग का आज 34वां दिन है. लेकिन लड़ाई थमने का नाम नहीं ले रही है. युद्धविराम के लिए दोनों देश कई बार बातचीत की मेज पर आ चुके हैं. लेकिन मसले का हल नहीं हो रहा है. इसी क्रम में आज (मंगलवार) एक बार फिर से रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधि तुर्की के इस्तांबुल में वार्ता के लिए मिले. लेकिन युद्ध विराम थमेगा या नहीं, इस बारे में कुछ भी कहना मुश्किल है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) के सलाहकार मायखाइलो पोडोलीक (mykhailo podolik) ने एक तस्वीर शेयर की. इसमें दिख रहा है कि रूस के व्लादिमीर मेडिंस्की के साथ यूक्रेनी प्रतिनिधि डेविड अरखामिया बैठे हुए हैं. उन्होंने कहा कि रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल विवादास्पद मुद्दों पर पर चर्चा कर रहे हैं.
युद्धविराम पर रहेगा फोकस
थोड़ी देर पहले दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत शुरू हुई है. इसके बाद सभी वार्ताकारों के बीच बैठक होगी. इस बार उम्मीद लगाई जा रही है कि दोनों देश किसी निष्कर्ष पर पहुंच सकते हैं. हालांकि बीते दौर की बैठकों में कोई भी समाधान नहीं निकल सका है. वहीं यूक्रेन के विदेश मंत्री कुलेबा ने कहा कि इस वार्ता में आमजन को राहत पहुंचाने वाले मुद्दों पर चर्चा होगी. लेकिन हमारा सबसे ज्यादा जोर युद्धविराम पर रहेगा.
मारियुपोल में हालात बदतर
यूक्रेन के दक्षिणी शहर मारियुपोल में रूसी सेना द्वारा घेराबंदी किए जाने के बाद से अब तक लगभग 5,000 लोग मारे गए हैं. शहर के मेयर के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी. प्रवक्ता ने कहा कि मारियुपोल में करीब 90% इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं और लगभग 40% नष्ट हो गई हैं.
तेल डिपो को निशाना बनाया
यूक्रेन के सशस्त्र बलों ने दावा किया कि रूसी सैनिकों ने मंगलवार को तेल डिपो को निशाना बनाया. इसके साथ ही कुछ लोगों को रूस ने बंधक भी बनाया. रूस का उद्देश्य यूक्रेन के लोगों में डर का माहौल पैदा करना है. अधिकारियों ने कहा कि यूक्रेन की राजधानी कीव के पास रूसी हमलों ने 80,000 से अधिक घरों की बिजली प्रभावित हुई है. 24 फरवरी को शुरू हुए युद्ध में 35 लाख से अधिक लोगों का यूक्रेन से पलायन हुआ है. बच्चों सहित कई युवा, और सैनिक अपनी जान गंवा चुके हैं.
इरपिन को रूस के कब्जे से आजाद कराया
इरपिन को रूसी कब्जे से आजाद कराया. कीव के पास वाले शहर रुडनिट्सकोय में रूसी सेना को पीछे की ओर धकेल दिया है. यूक्रेन की ओर से दावा किया गया है कि उसने रूस के सेना को खदेड़ते हुए इरपिन को आजाद करा लिया है.