यूक्रेन के साथ चल रहे विवाद के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बड़ा ऐलान किया है. व्लादिमीर पुतिन ने ऐलान किया कि पूर्वी यूक्रेन में दो क्षेत्र डोनेत्स्क (Donetsk) और लुहांस्क (Luhansk) को स्वतंत्र देश के रूप में मान्यता दी जाएगी. इसके लिए पुतिन एक आदेश पर भी हस्ताक्षर कर चुके हैं.
यूक्रेन पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने टेलीविजन संबोधन में कहा कि अगर यूक्रेन नाटो में शामिल होता है तो यह रूस की सुरक्षा के लिए सीधा खतरा होगा.
पुतिन ने कहा कि आधुनिक यूक्रेन पूरी तरह से रूस द्वारा बनाया गया था. यह प्रक्रिया 1917 की क्रांति के बाद शुरू हुई थी. अपने संबोधन में पुतिन ने कहा, 'बोल्शेविक नीति के परिणामस्वरूप, सोवियत यूक्रेन का उदय हुआ, जिसे आज भी व्लादिमीर इलिच लेनिन का यूक्रेन कहा जा सकता है. उन्होंने कहा कि इसकी पुष्टि दस्तावेजों से भी की जा सकती है.
पुतिन ने कहा, अब यूक्रेन में लेनिन के स्मारकों को धवस्त कर दिया गया है. इसे वह डीकम्युनाइजेशन कहते हैं. क्या आप डीकम्युनाइजेशन चाहते हैं? ठीक है, हम आपको यह दिखाने के लिए तैयार हैं कि वास्तविक डीकम्युनाइजेशन का मतलब आखिरकार क्या है.
यूक्रेन के स्टेटहुड पर बोलते हुए व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस ने नए स्वतंत्र राज्यों को अपनी विदेशी संपत्ति का हिस्सा देने के बदले ऋण को चुकाने के लिए दायित्वों को ग्रहण किया था. 1994 में, यूक्रेन के साथ इस तरह के समझौते हुए थे, लेकिन यूक्रेन द्वारा उनकी पुष्टि नहीं की गई थी. उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने इस तरह से काम करना पसंद किया कि रूस के साथ उसके संबंध भी बने रहे, अधिकार और फायदे भी उसी के हों, लेकिन कोई जिम्मेदारी उसकी न हो.
रूस ने की यूक्रेन की मदद
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि यूक्रेन हमारे इतिहास का अभिन्न हिस्सा है और वो हमारा पुराना सहयोगी है. 1991 से 2013 तक रूस ने यूक्रेन की मदद की. पुतिन ने कहा कि सोवियत संघ के सभी राज्यों को आजाद होने का अधिकार है. पुतिन ने कहा कि यूक्रेन में अब तक स्थिर सरकार नहीं बन पाई. आधुनिक यूक्रेन को रूस ने बनाया है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने जनता के हित में काम नहीं किया. यूक्रेन की अर्थव्यवस्था की हालत बहुत खराब है. पुतिन ने कहा कि स्टालिन ने यूक्रेन को रूस से अलग किया.
अमेरिका पर लगाए आरोप
राष्ट्रपति पुतिन ने आगे कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन और जॉर्जिया का इस्तेमाल किया. अमेरिका रूस को मजबूत नहीं देखना चाहता है. उन्होंने कहा कि रूस ने अमेरिका से नाटो में शामिल करने की इच्छा जाहिर की थी, लेकिन क्लिंटन ने इस मुझे अच्छी प्रतिक्रिया नहीं दी थी.
रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि दो देशों के बीच जिस तरह के भरोसा होता है, उसे दोनों देशों ने अब खो दिया है. उन्होंने कहा कि यूक्रेन संकट पर हम बातचीत से तनाव का हल निकालने के लिए तैयार हैं. हमारे खिलाफ उठाए गए कदम का जवाब देंगे. हमें अपने देश की रक्षा करने का पूरा अधिकार है.
सुरक्षा परिषद की बैठक में पुतिन ने कही थी यह बात
इससे पहले सुरक्षा परिषद के अधिकारियों की बैठक में पुतिन ने कहा था कि पूर्वी यूक्रेन को मान्यता देने पर विचार किया जा रहा है. रूस ने तनाव कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर लिया है. शांतिपूर्ण माहौल बना रहे, ऐसी कोशिश की गई.
पुतिन ने यह भी कहा था कि हमें नाटो (NATO) और अमेरिका की कोई गारंटी नहीं चाहिए. बता दें कि रूस कभी भी यूक्रेन को नाटो में शामिल नहीं होने देना चाहता था. रूस को लगता था कि अगर यूक्रेन नाटो में शामिल हो जाएगा तो नाटो के सैनिक और ठिकाने उसकी सीमा के पास आकर खड़े हो जाएंगे.
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