Russia Ukraine War LIVE Updates: रूस और यूक्रेन युद्ध का आज 13वां दिन है. दो बार की बैठक बेनतीजा रहने के बाद सोमवार को दोनों देशों के बीच फिर से तीसरे दौर की बातचीत हुई, लेकिन नतीजा फिर सिफर रहा. हालांकि, इस बैठक में शहरों में फंसे नागरिकों के लिए मानवीय गलियारा बनाने पर कुछ सकारात्मक चर्चा जरूर हुई है. बता दें कि आज फिर से ह्यूमन कॉरिडोर खोला जाएगा. उधर, संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने बताया कि रूस के हमले के बाद से अब तक 17 लाख से ज्यादा यूक्रेनी देश छोड़ कर मध्य यूरोप पहुंचे हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध पर नए अपडेट के लिए Aajtak.in पढ़ते रहें...
अमेरिका के बाद ब्रिटेन की तरफ से भी बड़ा ऐलान कर दिया गया है. अब उनकी तरफ से भी साल के अंत तक रूसी तेल के आयात पर रोक लगाने का फैसला कर लिया गया है.
अमेरिका के उठाए कदमों के बारे में राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा है कि उनकी तरफ से रूसी तेल के आयात को रोक दिया गया है. अब अमेरिका रूसी तेल नहीं लेने वाला है. उन्होंने दूसरे देशों को भी रूस पर अपनी निर्भरता कम करने की सलाह दी है. उनकी माने तो अब भविष्य क्लीन एनर्जी का है और उसी दिशा में सब देशों को आगे बढ़ना चाहिए.
जो बाइडेन ने जोर देकर कहा है कि अमेरिका ने रूस के खिलाफ जैसी कार्रवाई की है, वैसा कोई दूसरा देश नहीं कर सकता है. उनकी माने तो अभी रूस में कई कंपनियों ने अपने कारोबार को समेट लिया है. कई तेल कंपनियां भी अपना काम वहां पर बंद कर चुकी हैं.
रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा चुका अमेरिका अब और कड़ा रुख अपनाने वाला है. राष्ट्रपति जो बाइडेन इस समय अपना संबोधन कर रहे हैं. वे रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा रहे हैं. उनका कहना है कि इससे रूस की अर्थव्यवस्था को तगड़ा नुकसान हुआ है.
रूस के खिलाफ कई देश एक साथ आने का काम कर रहे हैं. इसी कड़ी में अब कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. उस वार्ता में नेटो सचिव Jens Stoltenberg भी शामिल हुए हैं. उनके अलावा Latvian और स्पेन के पीएम ने भी वार्ता में हिस्सा लिया है.
रूस के खिलाफ कई बड़ी कंपनियां अब एक्शन ले रही हैं. इसी कड़ी में KFC-Pizza Hutt ने रूस में अपना कारोबार सस्पेंड करने का फैसला लिया है. इससे पहले भी कई कंपनियां अपने कारोबार को बंद कर चुकी हैं.
यूक्रेन के सुमी में फंसे भारतीयों को अब जल्द ही देश वापस लाया जाएगा. बताया गया है कि सुमी से बसों के जरिए भारतीयों का रेस्क्यू शुरू कर दिया गया है. उन्हें अभी सुरक्षित जगहों पर ले जाया जा रहा है, फिर वहां से सभी को भारत लाने की तैयारी है. कहा गया है कि आज ही सुमी से सभी भारतीयों का रेस्क्यू कर लिया जाएगा.
रूस के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन किसी लैब में इस समय जैविक हथियारों पर शोध कर रहा है. इससे पहले भी रूस की तरफ से आरोप लगा है कि यूक्रेन परमाणु हथियार हासिल करने का प्रयास कर रहा है.
रूस पर अमेरिका द्वारा लगातार प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं. अब खबर है कि अमेरिका रूसी तेल और कोयले के आयात पर भी प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहा है. LNG के आयात पर भी अमेरिका कोई बड़ा फैसला ले सकता है.
रूस संग जारी युद्ध में यूक्रेन को भारी नुकसान पहुंचा है. अब यूक्रेन रक्षा मंत्रालय ने एक और आंकड़ा जारी कर बताया है कि रूसी कार्रवाई की वजह से 38 बच्चों की मौत हो गई है, वहीं 70 घायल बताए जा रहे हैं. उनके मुताबिक कुल 400 लोग अभी तक अपनी जान गंवा चुके हैं.
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में कई देश अभी न्यूट्रल खेल रहे हैं. लेकिन इस बीच चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग ने रूस का खुला समर्थन किया है. उनका कहना है कि दुनिया द्वारा रूस पर जो पाबंदियां लगाई जा रही हैं, उसका सीधा नुकसान हर किसी को होने वाला है. उन्होंने वैसे बातचीत के जरिए समाधान पर भी जोर दिया है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दावा कर दिया है कि रूस की तरफ से अब सुमी में एयर बम से हमला किया जा रहा है. उनकी माने तो मारियूपोल में तो एक बच्चे ने अपनी जान भी गंवा दी है.
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध पर चीन के राष्ट्रपति ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि दोनों ही देशों को इस समय बातचीत के जरिए समस्या को हल करना होगा. जोर देकर बोला गया है कि वर्तमान स्थिति काफी चिंताजनक है.
यूक्रेन के विदेश मंत्री ने दावा कर दिया है कि रूस द्वारा तीन लाख लोगों को बंधक बना लिया गया है. रूस ने अभी तक इस दावे की कोई पुष्टि नहीं की है. लेकिन यूक्रेन लगातार कह रहा है कि रूस द्वारा अब सैन्य कार्रवाई को और तेज कर दिया गया है. उनकी माने तो रूस अब मानवीय गलियारों पर भी हमला कर रहा है.
यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि रूसी सैनिकों द्वारा अब मारियुपोल के पास मानवीय गलियारे पर हमला किया जा रहा है. अब जानकारी के लिए बता दें कि इन्हीं मानवीय गलियारों के जरिए युद्ध के दौरान फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाता है.
वर्ल्ड बैंक के प्रेसिडेंट David Malpass ने कहा है कि इस मुश्किल समय में उनकी तरफ से यूक्रेन की पूरी मदद की जा रही है. उनकी तरफ से तेजी से हर जरूरी फैसला लिया जा रहा है. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने भी वर्ल्ड बैंक की इस पहल का स्वागत किया है और शुक्रिया अदा किया है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने दावा कर दिया है कि इस युद्ध की वजह से रूस ने अपने उतने हथियार गंवा दिए हैं जितने वो 30 सालों में गंवाता. दावा तो ये भी है कि रूस के अब तक 12 हजार से ज्यादा सैनिकों को मार गिराया गया है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने जोर देकर कहा है कि पश्चिमी देशों ने युद्ध के दौरान अपने वादों को पूरा नहीं किया है. उनकी माने तो तमाम तरह के दावे जरूर हुए, लेकिन उन्हें किसी से कोई मदद नहीं मिली. पहले भी कई मौकों पर वे पश्चिमी देशों की खुलकर आलोचना कर चुके हैं.
यूक्रेन का एक वीडियो सामने आया है जिसमें लोगों को सेफ कॉरिडोर के जरिये निकाले जाते देखा जा सकता है. बसे यूक्रेन छोड़ने की कोशिश कर रहे लोगों से पैक हैं. ये वीडियो सुमी का बताया जा रहा है.
रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने साफ कर दिया है कि इस युद्ध में उनकी तरफ से सिर्फ वहीं सैनिक या फिर योद्धा भेजे जाएंगे जो अपने काम में एक्सपर्ट हों. उनके मुताबिक उदेश्य को देखते हुए सैनिकों का चयन किया जाएगा.
यूक्रेन की राजधानी कीव में रूसी हमले का खतरा बढ़ने के साथ ही लोगों में जरूरी वस्तुओं की खरीदारी को लेकर पैनिक देखा जा रहा है. कीव में जनरल स्टोर्स के सामने जरूरी वस्तुओं की खरीदारी के लिए लंबी कतारें लगी हैं.
जंग की वजह से यूक्रेन को काफी नुकसान हुआ है और राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की पर भी जल्द शांति स्थापित करने का प्रेशर बन रहा है. इस बीच खबर है कि वोलोडिमिर जेलेंस्की क्रीमिया और डोनबास क्षेत्र के जिन इलाकों को मान्यता दी गई थी, उनपर रूस से बातचीत को तैयार है. रूस इनको यूक्रेन से अलग जगहों के तौर पर देखता है. डोनबास में ही वे दो इलाके (लुहान्स्क,डोनेस्क) हैं जिनको रूस ने अलग देश के रूप में मान्यता दी थी.
यूक्रेनी सरकार का दावा है कि सुमी में रूसी सेना ने देर रात रिहायशी इलाकों में 500 किलो के बम गिराए. इसमें 2 बच्चों समेत 18 लोगों की मौत हो गई. बता दें कि सुमी में करीब 700 भारतीय छात्र भी फंसे हैं. ताजा अपडेट के मुताबिक, मेडिकल छात्रों को वहां से निकाल लिया गया है. उनके साथ रेड क्रास और भारतीय दूतावास के लोग हैं. रूस की सीमा से महज 60 किलोमीटर दूर सुमी में दोनों देशों की सेनाओं में भारी संघर्ष हो रहा है.
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जंग के बीच कीव में रूसी सेना के बड़े हमले का अलर्ट है. यूक्रेन का कहना है कि रूस का वैगनर दस्ता कीव में घुस सकता है. वैगनर दस्ते में भाड़े के लड़ाके शामिल हैं. कीव क्षेत्र के नॉर्थ और नॉर्थ वेस्ट में रूसी फौज मौजूद है. बाकी पूर्व से भी रूसी फोर्स आने की आशंका है.
यूक्रेन के पूर्व राष्ट्रपति Viktor Yanukovych ने यूक्रेन के मौजूदा राष्ट्रपति जेलेंस्की को घेरा है. Yanukovych ने कहा कि जेलेंस्की को किसी भी तरह शांति समझौता करके इस रक्तपात को रोकना चाहिए. इस बीच संयुक्त राष्ट्र की तरफ से बताया गया है कि यूक्रेन से भागे रिफ्यूजियों की संख्या आज या कल में 20 लाख पहुंच सकती है.
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने रूस-यूक्रेन की जंग के बीच बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि रूस और रूस के लोगों का सम्मान करना जरूरी है. वह बोले कि अगर रूस 'दुनिया की महान वास्तुकला' का हिस्सा नहीं होगा तो 'स्थाई शांति' की बात करना असंभव होगा. बता दें कि अबतक जंग के मसले पर फ्रांस का रवैया तल्ख था. लेकिन अब उसमें नरमी दिख रही है.
यूक्रेन का दावा है कि रूसी मिसाइल ने Zhytomyr में एक और स्कूल को तबाह कर दिया है. हालांकि, स्कूल बंद था तो कोई जान-माल का नुकसान नहीं हुआ. दावा है कि रूस ने अबतक 202 स्कूल, 34 हॉस्पिटल, 1500 रिहायशी बिल्डिंग तबाह कर दिए हैं.
हाल ही में रूस ने सीजफायर का ऐलान किया था. इसके तहत डोनेत्स्क शहर के मारियूपोल में ह्यूमन कॉरिडोर बनाया गया था. इसमें जंग में फंसे लोगों को निकालने की जद्दोजहद की गई थी. इसे लेकर अब रूस ने कहा है कि उन्होंने यूक्रेन की सहायता के बिना 44,187 बच्चों सहित सैन्य अभियान क्षेत्रों से 173,773 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है.
रूस यूक्रेन की जंग के बीच एक बार फिर से यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा कि वह किसी से भी नहीं डरते. उन्होंने कीव में ये बात साफ तौर पर कही है कि मैं किसी से नहीं डरता. बता दें कि इससे पहले भी जेलेंस्की कई बार अपने देश की जनता में हौसला भर चुके हैं. वह लगातार लोगों से जंग लड़ने और हार नहीं मानने के लिए उनकी हौसलाअफजाई कर रहे हैं.
यूक्रेन मार्शल लॉ के तहत सिपाहियों, पुलिस, नेशनल गार्ड और अन्य सैन्य व आपातकालीन सेवाओं के कर्मचारियों को $1,000 मासिक भुगतान करने का ऐलान किया गया है. यूक्रेनी मीडिया के मुताबिक सरकार ने ये फैसला किया है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की मंगलवार को रात 10:30 बजे यूके हाउस ऑफ़ कॉमन्स में भाषण देंगे. बता दें कि जब से जंग शुरू हुई है तब से जेलेंस्की यूएन को संबोधित करने के साथ ही देश को भी कई बार वीडियो मैसेज दे चुके हैं.
रूस पर प्रतिबंधों का दौर जारी है. बता दें कि अब जापान ने भी रूस पर पाबंदी लगा दी है. बता दें कि जापान ने रूस को तेल शोधन उपकरणों के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है. जापान की ओर से कहा गया है कि वह अब रूस को तेल शोधन के उपकरण मुहैया नहीं कराएगा.
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा ने कहा कि वह गुरुवार को अपने रूसी समकक्ष लावरोव से मिलेंगे. इस दौरान उन्होंने कहा कि वह यूक्रेनी और रूसी राष्ट्रपतियों के बीच सीधी बातचीत का प्रस्ताव देंगे. क्योंकि वहां पुतिन ही हैं जो कि अंतिम निर्णय लेते हैं.
यूक्रेन की मीडिया की ओर से दावा किया गया है कि रूसी आक्रमण की वजह से यूक्रेनी ट्रांसपोर्टेशन को 10 अरब डॉलर तक का नुकसान पहुंचा है.यूक्रेन के इन्फ्रास्ट्रक्चर मंत्री ऑलेक्ज़ेंडर कुब्राकोव की ओऱ से दावा किया गया है कि एक साल में हम इस नुकसान की भरपाई कर लेंगे.
पेंटागन की ओर से यूक्रेन पर बड़ा आरोप लगाया गया है. यूक्रेन की मीडिया ने दावा किया है कि पेंटागन के मुताबिक अब रूस यूक्रेन के खिलाफ चल रही जंग में सीरियाई लड़ाकों की भर्ती कर रहा है. बता दें कि WGJ की रिपोर्ट के बाद दावा किया गया था कि पुतिन यूक्रेन में जंग लड़ने के लिए शहरी युद्ध में कुशल सीरियाई लड़ाके भर्ती कर रहे हैं. हालांकि पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि उन्हें सीरियाई लड़ाकों की संख्या या क्षमता के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
रूस और यूक्रेन की जंग अभी थमती हुई नजर नहीं आ रही है. लिहाजा यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने देश की रक्षा के लिए शांति सेना को वापस बुलाने के लिए एक डिक्री पर साइन कर दिए हैं. डिक्री में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र शांति अभियान के लिए सभी सैनिकों को उपकरणों के साथ युद्ध लड़ने के लिए आना चाहिए.
रूस और यूक्रेन के बीच तीसरे दौर की वार्ता समाप्त होने के बाद यूक्रेन के वार्ता दल के एक सदस्य पोडोलीक ने कहा, "अभी तक ऐसा कोई भी नतीजा नहीं निकला है जिससे हालात में कुछ खास सुधार हो." वहीं, रूसी वार्ता दल के प्रमुख मेडिंस्की ने कहा कि यूक्रेन के साथ वार्ता के दौरान उनका प्रतिनिधिमंडल हमारी अपेक्षाओं को पूरा नहीं कर पाया.
चेक राष्ट्रपति मिलोस ज़मैन (Milos Zeman) ने सोमवार को कहा कि वह यूक्रेन के समकक्ष वलोडिमिर जेलेंस्की को रूस के आक्रमण का सामना करने में उनकी बहादुरी और साहस के लिए सर्वोच्च राजकीय सम्मान से सम्मानित करेंगे. ज़मैन ने कहा, जब अमेरिका ने जेलेंस्की को संकटग्रस्त देश से बाहर निकाने की पेशकश की, तब भी वह अपने देश की राजधानी में ही डटे हैं, जहां से वह अपने बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं.
यूएनएससी में भारत ने अपने बयान में कहा, हम यूक्रेन से 20,000 से अधिक भारतीयों की सुरक्षित वापसी कराने में सफल रहे हैं. हमने अन्य देशों के लोगों को भी उनके संबंधित देशों में लौटने में भी मदद की है. भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए 80 से अधिक उड़ानें संचालित की जा रही हैं. भारतीयों की वापसी को सुविधाजनक बनाने में दी गई मदद को लेकर यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों के अधिकारियों की हम सराहना करते हैं.
यूक्रेन के सांसद येवेन शेवचेंको को यूक्रेन छोड़ने की कोशिश के दौरान हिरासत में ले लिया गया है. यूक्रेनी सरकार के आदेश के अनुसार, शेवचेंको को देश छोड़ने का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि अनिवार्य सैनिक सेवा के अनुसार उनकी उम्र युद्ध लड़ने की है. बता दें कि शेवचेंको पिछले दिनों बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको से भी मुलाकात करके चर्चा में आ गए थे. इसके चलते शेवचेंको को सत्तारूढ़ दल ने अपनी पार्टी से निष्कासित कर दिया था.
रूस-यूक्रेन के बीच चल रही जंग में रूसी जनरल विटाली गेरासिमोव के मारे जाने की खबर है. पूर्वी यूरोपीय मीडिया NEXTA ने दावा किया है. जनरल विटाली रूस की ओर से चेचन्या के दूसरे युद्ध में लड़े थे. इसके अलावा रूसी जनरल ने सीरिया युद्ध में भी लोहा लिया और यूक्रेन से क्रीमिया को छुड़ाने में भी अहम भूमिका निभाई थी.
यूक्रेन के माइकोलाइव (Mykolaiv ) ओब्लास्ट के गवर्नर विटाली किम के अनुसार, 7 मार्च को एक रूसी क्रूज मिसाइल हमले में इमारत के अंदर सो रहे आठ सैनिक मारे गए जबकि 19 घायल हुए और अब तक आठ लापता हैं.
Nexta tv के हवाले से खबर आ रही है कि रूस ने हवाई हमले कर जाइटॉमिर ओब्लास्ट में स्थित तेल डिपो में आग लगा दी है. अग्निकांड के बाद इलाके में अफरा तफरी का माहौल है. अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
An oil depot in #Zhytomyr region is on fire. pic.twitter.com/o6rdJfHnLq
— NEXTA (@nexta_tv) March 7, 2022
व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव जेन साकी ने साफ कर दिया है कि रूस से तेल के आयात पर प्रतिबंध के बारे में अमेरिकी राष्ट्रपति ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है और इस मामले में आंतरिक रूप से चर्चा चल रही है. दरअसल, यूक्रेन पर हमलों के बाद अमेरिका और यूरोपीय देश रूसी तेल और गैस पर भी बैन लगाने की तैयारी में हैं.
यूक्रेन के समर्थन में अमेरिका और यूरोपीय देश रूसी तेल और गैस पर भी बैन लगाने की तैयारी में हैं. इसको लेकर रूस के उप प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर नोवाक ने चेतावनी दी है कि रूसी तेल पर बैन लगाना ग्लोबल मार्केट के लिए विनाशकारी नतीजे लेकर आएगा. क्रूड ऑयल की कीमतों में 300 डॉलर प्रति बैरल या उससे अधिक की वृद्धि हो जाएगी.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, यूके के पीएम बोरिस जॉनसन के साथ जो बिडेन के आह्वान का एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि सभी नेता यूक्रेन पर अनुचित हमले के मद्देनजर रूस पर और ज्यादा आर्थिक प्रतिबंधों लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि संकटग्रस्त यूक्रेन को सुरक्षा, आर्थिक और मानवीय मदद देना जारी रखेंगे.
यूक्रेन पर हमलावर रूसी सेना ने मंगलवार रात एक चर्च पर बमबारी की और उसे तहस नहस कर दिया. देखें वीडियो:-
Occupiers destroy churches
— NEXTA (@nexta_tv) March 7, 2022
Video shows an Orthodox church in #Kharkiv pic.twitter.com/KuaeecUPga
यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के सलाहकार ने कहा कि रूस के साथ तीसरे दौर की वार्ता के दौरान नागरिकों को सुरक्षित निकालने की सुविधा के लिए मानवीय गलियारे बनाने की बात हुई है.
रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधियों ने सोमवार को बेलारूस-पोलैंड सीमा पर तीसरे दौर की वार्ता के लिए मुलाकात की. हालांकि, चल रहे युद्ध को रोकने में इस बातचीत से कोई सफलता हासिल नहीं हुई. दरअसल, यूक्रेन ने रूस के साथ बातचीत में सुरक्षा गलियारे के निर्माण को ठुकरा दिया, क्योंकि मॉस्को के प्रतिनिधियों ने लोगों के निकलने के लिए जो रास्ता दिया है, वह रूस और उसके सहयोगी देश बेलारूस की तरफ जाता है. जबकि इस बैठक में युद्ध रोकने पर कोई बात नहीं बनी.
संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी एजेंसी ने बताया है कि रूसी हमलों के बाद से कुल 17 लाख 35 हजार 068 यूक्रेनी नागरिक अब तक मध्य यूरोप में प्रवेश कर चुके हैं. इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, क्योंकि अधिकर यूक्रेनी पुरुषों ने हमलावर रूसी सेना से लड़ने के लिए देश नहीं छोड़ा है. मध्य यूरोप में सबसे बड़ा यूक्रेनी पोलैंड पहुंचे हैं. 24 फरवरी से जारी जंग के बाद से 10 लाख अधिक यूक्रेनी भागकर पोलैंड पहुंचे हैं.