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Russia Ukraine War: यूक्रेन-रूस के बीच जंग का आज छठवां दिन है. रूस अपने हमलों को थामने का नाम नहीं ले रहा है. सुबह से ही कीव और खारकीव समेत सूमी में हवाई हमले जारी हैं. लेकिन इसी बीच भारतीयों के लिए आज एक बुरी खबर भी सामने आई है.
दरअसल यूक्रेन में आज एक भारतीय छात्र की मौत हो गई. इससे यूक्रेन में अफरातफरी का माहौल है. बता दें कि यूक्रेन में फंसे नागरिक वहां से निकलना चाहते हैं. ऐसे में वहां से निकलने के लिए भारत की ओर से 2 प्लान सुझाए हैं, ताकि वहां फंसे लोगों को सेफ पैसेज दिया जा सके.
बता दें कि मंगलवार को जिस भारतीय छात्र की मौत हुई है वो खारकीव में था. खारकीव यूक्रेन के ईस्टर्न जोन का हिस्सा है. ये वही हिस्सा है जो कि रूस के बॉर्डर के बेहद करीब है. ऐसे में ईस्ट यूक्रेन से निकलकर वेस्ट में जाना ही सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है.
ये है सेफ पैसेज के तहत पहला प्लान
अब आपको बताते हैं कि रूस से निकलने के आखिर 2 सेफ पैसेज क्या हैं. आज यूक्रेन से भारत के लिए आने वाली दुखद घटना के बाद भारतीय विदेश सचिव ने यूक्रेन औऱ रूस के एंबेसडर से बात की. इसमें कहा गया है कि जो स्टूडेंट ईस्टर्न पार्ट में फंसे हैं, उन्हें बस या ट्रेनों के जरिए पश्चिमी हिस्से में पहुंचाया जाए. ताकि वहां से सुरक्षित निकला जा सके.
ये है सुरक्षित निकलने का दूसरा प्लान
दूसरा प्लान ये है कि यूक्रेन का पूर्वी हिस्सा रूस से लगता हुआ है, इसमें खारकीव रूस के पास है. ऐसे में रूस के जरिए लोगों को रेस्क्यू किया जाए. साथ ही इन दोनों देशों के एंबेसडर से भारत ने कहा है कि हमारे जो छात्र वहां फंसे हुए हैं, उन्हें सेफ पैसेज दिया जाए.
यूक्रेन में फंसे हैं भारतीय नागरिक
गौरतलब है कि भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री रोमानिया स्लोवाकिया, पोलैंड और हंगरी में पहुंच रहे हैं. ताकि वहां से इंडियंस को निकाला जा सके. बता दें कि अभी भी भारी संख्या में लोग वहां फंसे हुए हैं.
खारकीव से निकलना क्यों हैं मुश्किल
इसी बीच भारत ने साफ कहा है कि अगर लोगों को सेफ पैसेज नहीं मिलेगा, तो जो लोग खारकीव में हैं, वे वहीं पर फंसे रहेंगे, उनके लिए वहां से निकलना असंभव हो जाएगा. क्योंकि जान जोखिम में डालकर भागना काफी खतरनाक है.