
यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध के कारण दुनिया भर में काफी तनाव चल रहा है. इस जंग में दुनिया के तमाम देश अपना-अपना मत सामने रख रहे हैं और वहीं अमेरिका, ब्रिटेन, पोलेंड, जर्मनी जैसे देश यूक्रेन को हथियार मुहैया करा रहे हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध से काफी सारे लोग दहशत में हैं और यूक्रेन छोड़कर अपने-अपने देश जाना चाहते हैं. ऐसे में एक ओर गोलीबारी हो रही है, तो दूसरी कड़ाके ठंड पड़ रही है. जिस कारण कई लोग बंकर में छिपने के लिए मजबूर हो गए हैं.
यूक्रेन से 16 हजार भारतीयों को वापस लाने के लिए 'ऑपरेशन गंगा' चलाया गया है और इसके तहत भारतीयों को भारत लाने की शुरुआत हो चुकी है. 16 हजार भारतीयों में से करीब 14 हजार स्टूडेंट हैं. उन्हें रोमानिया और पोलैंड के रास्ते भारत लाया जा रहा है. वहां पर कुछ चाइनीज स्टूडेंट भी फंसे हुए हैं. Aajtak संवाददाता ने जब स्टूडेंट से बात की तो उसने भारत का उदाहरण दिया.
भारत की मुहिम की तारीफ
यूक्रेन में फंसे चाइनीज स्टूडेंट, जो वहां म्यूजिक (प्यानो) की पढ़ाई कर रहे थे, जब उससे बात की गई तो उसने कहा, मैं यहां फंस गया हूं और अपने घर (चाइना) जाना चाहता हूं, लेकिन ऐसा संभव नहीं लग रहा है. छात्र ने आगे कहा, मैंने सुना है इंडियन सरकार ने पौलेंड, हंग्री और रोमेनिया से भारतीय लोगों को वापस देश ले जाने की व्यवस्था की है और चाइना को भी उसी तरह से हमें वहां से निकालने की व्यवस्था करनी चाहिए. मैं अभी चाइना एम्बेसी के संपर्क में हूं, वह कोशिश कर रही है, लेकिन यह कोशिश कब पूरी होगी, इस बारे में कहना मुश्किल है.
सुपरमार्केट में उमड़ी भीड़
यूक्रेन की राजधानी कीव शहर के सुपर मार्केट्स में काफी भीड़ हैं. जैसे ही मार्केट खुला सभी लोग ग्रोसरी का सामान खरीदने के लिए सुपर मार्केट पहुंच गए. बताया जा रहा है सुपरमार्केट के बाहर करीब 500 से अधिक लोग हैं और इतनी लंबी लाइन लगी हुई है कि अंदर जाने में 5-6 घंटे भी लग सकते हैं.
रिहायशी इलाके में हुआ मिसाइल से अटैक
कीव शहर के सेंटर में स्थित सुपरमार्केट NOVUS के बाजू की रिहायशी बिल्डिंग में 2 दिन पहले मिसाइल से अटैक हुआ है. बताया जा रहा है कि इस बिल्डिंग के 4 अपार्टमेंट पूरी तरह नष्ट हो चुके हैं, जिसमें काफी लोग मारे भी गए हैं. इसके साथ ही कई लोगों को गंभीर चोटें भी आई हैं. पिछली रात को वहां का माहौल शांत था और दोनों देशों के बीच हो रही वार्ता के कारण आगे के हालात के बारे में कुछ कहना मुश्किल है.